नई दिल्ली । अखिल भारतीय
फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कहा है कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज फुटबॉलर
बाईचुंग भूटिया के नाम पर बन रहे 15000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम का कोरोना वायरस महामारी संक्रमण कम होने के बाद किया
जाएगा। नामची में बना यह स्टेडियम तिनकिताम में भूटिया के जन्मस्थान से 25 किलोमीटर
की दूरी पर है। सिक्किम फुटबॉल संघ के अध्यक्ष मेनला एथेनपा ने कहा, ‘‘यह भारत के सर्वश्रेष्ठ
फुटबॉलरों में से एक भूटिया के प्रति सम्मान दिखाने का तरीका है। भूटिया देश भर के
फुटबॉलरों के लिए एक एक आदर्श है और कई खिलाड़ी उनसे प्रेरित होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने भारतीय फुटबॉल के लिए जो किया है हम उसकी कीमत अदा नहीं कर
सकते पर उनके नाम पर स्टेडियम का नाम रखकर हम इस महान फुटबॉलर के प्रति सम्मान दिखाना
चाहते हैं।’’
यह देश में पहला स्टेडियम होगा जिसका नाम किसी फुटबॉलर के नाम पर रखा जाएगा।
वहीं भूटिया ने कहा कि वह इससे काफी सम्मानित महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी सम्मानित और उत्साहित हूं। अगर आप बड़ी तस्वीर देखें तो मैं इसलिए खुश हूं कि उभरते हुए खिलाड़ियों को फुटबॉल खेलने के लिए एक और शीर्ष स्तरीय सुविधा और बुनियादी ढांचा मिलेगा।’’ भूटिया फुटबॉल स्टेडियम का निर्माण कार्य 2010 में शुरू हुआ था लेकिन वित्तीय समस्याओं के कारण इसे कई बाधाओं का सामना करना पड़ा है। सिक्किम के मौजूदा मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के पदभार संभालने के बाद इसमें एक बार फिर निर्माण कार्य दोबारा शुरू हुआ है। इस स्टेडियम में कृत्रिम टर्फ के साथ ही 15000 दर्शकों को बैठाने के लिए स्टैंड भी बनाये गये हैं। इसके साथ ही इस स्टेडियम में दूधिया रोशनी की भी व्यवस्था की गयी है।