जब युवती ने रुपये निकालने की कोशिश की तो अपराधियों ने उसे मनी लांड्रिंग और साइबर क्राइम में फंसाने की धमकी देकर अपने मोबाइल बंद कर लिए। युवती की शिकायत पर अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मोबाइल और बैंक खातों के आधार पर जांच चल रही है।
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक 12 जुलाई को युवती के मोबाइल पर एक एसएमएस आया था। एसएमएस में घर बैठे ऑनलाइन रुपये कमाने का आसान तरीका बताया गया था। इसके जरिए ऑनलाइन वीडियो लाइक, कमेंट और सब्सक्राइब करने का आकर्षक ऑफर दिया गया।
रुपयों के लालच में युवती आरोपितों द्वारा दी गई लिंक से उनके टेलीग्राम चैनल से जुड़ गई। चैनल में देश-विदेश के कई लोग जुड़े हुए थे जो फर्जी वाहवाही और लाखों रुपये कमाने के झूठे मैसेज ग्रुप पर करते थे। उन्हें देखकर युवती आरोपितों के झांसे में आ गई।
आरोपितों ने उसे क्रिप्टो करंसी में निवेश करने का ऑफर देना शुरू कर दिया। शुरुआत में 13 जुलाई को सिर्फ एक हजार रुपये जमा करवाए। निवेश की राशि आईडी पर ज्यादा नजर आने पर युवती झांसे में आ गई।
तब से लेकर अब तक करीब तीन माह में उसने अलग-अलग कुल 30 लाख 20 हजार 628 रुपये आरोपितों के खातों में जमा करवा दिए। उसने पुलिस को बताया कि जब रुपये निकालने का प्रयास किया तो टैक्स और अन्य चार्ज के बहाने उससे रुपये मांगे गए।