बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय मेहरा, विक्रम भालेश्वर सहित अन्य सदस्यों ने अधिकारियों से नल -जल योजना, सड़क, बिजली सहित अन्य योजनाओं की जानकारी मांगी तो वह सही तरीके से उपलब्ध नहीं करवा पाए। इस पर उपाध्यक्ष ने पीएचई के अधिकारी संजय सक्सेना को घेर लिया और कहा कि ढाई साल से डीपीआर ही बन रही है। विनय मेहर ने कहा कि पाइपलाइन बिछाकर सड़कें खोदकर छोड़ दी हैं।पंचायतों में हालात बहुत ही खराब हैं। हम लोगों को जनता ने चुनकर भेजा है, ढाई साल पूरे होने वाले हैं। जनता हिसाब मांगती है वहीं अधिकारी काम कम हम लोगों का मजाक उड़ाते हैं हंसते हैंं।