मलेशिया में जोहोर राज्य के सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर देश के नए राजा बन गए हैं। बुधवार को सुल्तान इस्कंदर का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। उन्हें अगले 5 साल के लिए राजा चुना गया है। 1957 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से मलेशिया में मलय राज्य के शासक बारी-बारी से 5 साल के कार्यकाल के लिए राजगद्दी संभालते आए हैं।
शपथ से पहले सुल्तान इस्कंदर ने प्राइवेट जेट से कुआलालंपुर के लिए उड़ान भरी थी, जबकि आमतौर पर वह लोगों से मिलने के लिए हर साल मोटरसाइकिल पर यात्राएं निकालते हैं। 65 साल के इस्कंदर जोहोर के शाही परिवार से आते हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इनके पास 47.33 लाख करोड़ की संपत्ति है।
सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर के सबसे बड़े बेटे और मलेशिया के क्राउन प्रिंस टुंकू इस्माइल भारतीय सेना में कैप्टन भी रह चुके हैं।
सुल्तान के पास कई प्राइवेट जेट, प्राइवेट आर्मी
इसके अलावा सुल्तान के पास 300 लग्जरी कारें हैं, जिनमें से एक उन्हें एडॉल्फ हिटलर ने तोहफे में दी थी। सुल्तान के पास गोल्ड-ब्लू रंग के बोइंग 737 समेत कई प्राइवेट जेट भी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुल्तान इस्कंदर के परिवार के पास एक प्राइवेट आर्मी भी है। मलेशिया के अलावा सिंगापुर में भी सुल्तान की 4 अरब डॉलर की एक जमीन, एक टायर्सॉल पार्क और बोटैनिकल गार्डन के पास भी जमीन है।
सुल्तान इब्राहिम के पास रियल एस्टेट और खनन से लेकर टेलिकम्युनिकेशन और पाम तेल तक कई बिजनेस में हिस्सेदारी है। उनका आधिकारिक निवास इस्ताना बुकिट सिरीन है, जो उनकी बेशुमार दौलत का सबूत है। सुल्तान इस्कंदर के पास बाइक्स का भी एक बड़ा कलेक्शन है।
2007 में भारतीय सेना का नेतृत्व करने वाले पहले विदेशी बने क्राउन प्रिंस
सुल्तान इब्राहिम की पत्नी का नाम जरीथ सोफिया है। वह शाही परिवार से आती हैं। ऑक्सफोर्ड से पढ़ीं सोफिया पेशे से लेखिका हैं और बच्चों के लिए कई किताबें भी लिख चुकी हैं। सुल्तान और सोफिया के पांच बेटे और एक बेटी हैं।
सुल्तान के सबसे बड़े बेटे और मलेशिया के क्राउन प्रिंस टुंकू इस्माइल भारतीय सेना में कैप्टन रह चुके हैं। सिंगापुर की न्यूज एजेंसी द स्ट्रेट टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2007 में टुंकू इस्माइल भारतीय सेना की एक यूनिट का नेतृत्व करने वाले पहले विदेशी बने थे।
ताजपोशी से पहले डायटिंग की थी
ताजपोशी समारोह के लिए सुल्तान इस्कंदर ने खास डाइट का भी पालन किया था। न्यू स्ट्रेट टाइम्स के मुताबिक, सुल्तान ताजपोशी के वक्त ज्यादा फिट दिखना चाहते थे, इसलिए उन्होंने डाइटिंग की थी। इस दौरान वो बहुत सारे फल-सब्जी खाते थे और पानी की मात्रा को भी बैलेंस रखते थे।
सुल्तान ने कहा था कि राजा बनने के बाद वे सिंगापुर के साथ हाई-स्पीड रेल परियोजना को फिर से चालू करने और संकट से जूझ रही फॉरेस्ट सिटी परियोजना को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं।
सुल्तान ने कहा- मैं सरकार की कठपुतली वाला राजा नहीं
दिसंबर 2023 में स्ट्रेट टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में सुल्तान ने कहा था- मैं सरकार की कठपुतली वाला राजा नहीं बनना चाहता। संसद में 222 सांसद हैं, लेकिन बाहर 3 करोड़ जनता है। मैं सांसदों के साथ नहीं बल्कि जनता के साथ हूं। मैं हमेशा सरकार का समर्थन करता रहूंगा, लेकिन अगर मुझे लगेगा कि कुछ गलत हो रहा है, तो उसका विरोध जरूर करूंगा।
प्रमुख राजनीतिक नियुक्तियों के अलावा, मलेशिया के राजा मुस्लिम-बहुल देश में इस्लाम के आधिकारिक प्रमुख और इसके सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ भी होते हैं। मलेशिया में पिछले कुछ सालों से राजनीतिक अस्थिरता है। ऐसे में यहां राजशाही का प्रभाव बढ़ा है।
मलेशिया में राजा का चुनाव कैसे होता है?
देश में हर 5 साल में राजा बदलता है। मलेशिया में 13 राज्य और 9 शाही परिवार हैं। इनके मुखिया 9 राज्यों के सुल्तान हैं, जो बारी-बारी से 5-5 साल के लिए राजा बनते हैं। मलेशिया में यूं तो राजा बनने का तरीका पहले से तय है। इसके बावजूद एक गुप्त मतदान होता है। इसमें बैलेट पेपर का इस्तेमाल होता है।
हालांकि उस बैलेट पेपर पर उस सुल्तान का नाम होता है, जिसकी राजा बनने की बारी होती है। हर सुल्तान को ये बताना जरूरी होता है कि क्या नामांकित व्यक्ति राजा बनने के लिए सही है? राजा बनने के लिए उम्मीदवार को बहुमत मिलना जरूरी होता है। जब वोटिंग के नतीजे घोषित हो जाते हैं तो बैलेट पेपर्स को सुल्तानों के सामने नष्ट कर दिया जाता है।