ऑस्ट्रेलिया में पिछले हफ्ते भारतीय महिला चैतन्या स्वेता मधागनी की मर्डर मिस्ट्री सुलझती नजर आ रही है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक- हत्या का आरोपी स्वेता का पति अशोक राज वारिकुप्पाला ही है। मर्डर के बाद वो हैदराबाद लौटा। तीन साल के बेटे को ससुराल जाकर सास-ससुर के हवाले सौंपा और फरार हो गया।
रिपोर्ट में हैदराबाद के उप्पल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बंदारी लक्ष्मा रेड्डी के हवाले से इस घटनाक्रम की पुष्टि की गई है। विधायक के मुताबिक- स्वेता के पेरेंट्स ने उन्हें बताया कि अशोक जब बेटे आर्य को उनके हवाले करने आया तो उसने पत्नी की हत्या की बात भी कबूल की थी।
आगे बढ़ने से पहले मामला समझिए
ऑस्ट्रेलिया के अखबार ‘द हेराल्ड सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक- स्वेता की हत्या 5 से 7 मार्च के बीच किए जाने का शक है। इसी दौरान उनका पति अशोक भारत के लिए रवाना हुआ। करीबियों ने भी इसकी पुष्टि की है। जिस वक्त अशोक भारत रवाना हुआ, करीब-करीब उसी दौरान स्वेता भी लापता हुईं।
स्काय न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि अशोक ने पड़ोसियों और ऑस्ट्रेलिया में मौजूद अपने कुछ रिश्तेदारों से फोन करके स्वेता के बारे में जानकारी हासिल की थी। बाद में अशोक ने पुलिस से फोन पर बातचीत की और जांच में मदद का भरोसा दिलाया।
‘द ऐज’ अखबार से बातचीत में पुलिस प्रवक्ता ने कहा- हमें शक है कि स्वेता हत्यारे को जानतीं थीं। हालांकि, जांच चल रही है। लिहाजा अभी पुख्ता तौर पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हम ये जरूर मानकर चल रहे हैं कि हत्यारा ऑस्ट्रेलिया छोड़कर जा चुका है।
भारत में क्या हुआ
उप्पल विधायक बंदारी लक्ष्मा रेड्डी ने न्यूज एजेंसी से कहा- स्वेता के पेरेंट्स मेरे विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं। मुझे ऑस्ट्रेलिया में हुई घटना की जानकारी मिली तो मैं उनके पेरेंट्स से मिलने गया। परिवार की अपील पर मैंने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा ताकि स्वेता का शव ऑस्ट्रेलिया से भारत लाया जा सके। मैंने केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी से बातचीत की है।
रेड्डी के मुताबिक- स्वेता के पेरेंट्स ने मुझे बताया कि उनका दामाद कुछ दिन पहले घर आया था। उसने तीन साल का बेटा वहां छोड़ा और फिर चला गया। इस दौरान उसने पत्नी यानी स्वेता के मर्डर की बात भी कबूल की।
इस बीच, हैदराबाद के कुसाईगुडा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर वीरा स्वामी ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार न्यूज डॉट एयू से कहा- हमारे पास अभी यही जानकारी है कि अशोक अपने ससुराल आया था। उनको बेटा सौंपा और चला गया। स्वेता की फैमिली की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अगर वो शिकायत दर्ज कराते हैं तो हम एक्शन जरूर लेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस चुप
ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य की पुलिस ने हत्या के बारे में तमाम जानकारी दी है, लेकिन आरोपी अशोक के बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है। विक्टोरिया पुलिस अब तक यह बताने भी तैयार नहीं है कि वो अशोक को संदिग्ध मान रही है या नहीं। उसकी तरफ से बस इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि मामले की जांच चल रही है।
पुलिस को जब स्वेता का शव मिला तो उसने जंगल के इस इलाके को सील कर दिया। हालांकि, इसके बाद कुछ सुराग हासिल हुए और जांच का दायरा स्वेता के घर से उनके शव मिलने वाली जगह तक बढ़ा दिया गया। यह दूरी करीब 82 किलोमीटर है।
पुलिस के मुताबिक, कई सबूत मिल चुके हैं, लेकिन इनको क्रॉस चेक किया जाना जरूरी है। हर एंगल को बारीकी से देखा जा रहा है।
जिंदादिल महिला थीं स्वेता
ऑस्ट्रेलियन टुडे से बातचीत में स्वेता के एक करीबी ने कहा- यह बेहद हैरान करने वाली घटना है। वो बहुत जबरदस्त महिला थीं। हमारी उनसे जब भी मुलाकात होती थी, तो वो बहुत खुशी से मिलती थीं।
एक पड़ोसी ने कहा- मैं अपनी जिंदगी में जितनी भी महिलाओं से मिला हूं, उनमें स्वेता जैसी जिंदादिल महिला कभी नहीं दिखी। यकीन नहीं होता कि वो आज हमारे बीच नहीं हैं। मैंने कभी उन्हें किसी से बहस करते भी नहीं देखा।
एक और पड़ोसी ने कहा- समझ नहीं आखिर इस इलाके में ये सब क्या हो रहा है। जहां स्वेता की लाश मिली, वहां अकसर लोग घूमने जाते हैं। अब देखते हैं कि जांच में क्या सामने आता है।