जेनेवा । संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें अधिवेशन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर झूठ पर झूठ बोले। उन्होंने भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा का आरोप लगाते हुए विश्व पटल पर मानवाधिकार को लेकर अपनी फर्जी वेदना जाहिर की। वहीं शुक्रवार को ही जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र भवन के सामने पाकिस्तान के खिलाफ एक प्रोटेस्ट का आयोजन किया गया था, जिसमें बलोच मानवाधिकार काउंसिल और विश्व सिंधी कॉन्ग्रेस के लोगों ने हिस्सा लिया। जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार काउंसिल का 45वां सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसी दौरान बीएचआरसी और डब्ल्यूएससी के प्रोटेस्टर्स ने संयुक्त राष्ट्र भवन के सामने पाकिस्तान में बलूच और सिंधी लोगों के खिलाफ सांस्थानिक राज्य हिंसा और पाकिस्तानी सेना द्वारा इन लोगों के सामाजिक-आर्थिक दमन का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रोटेस्ट में अलग-अलग देशों में रहने वाले पश्तून और कश्मीरी भी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे बिना किसी अड़चन और राजनीतिक दबाव के अपनी प्रतिबद्धताओं को निभाएं और पाकिस्तान पर बलूचिस्तान और सिंध में अपनी नरसंहार की नीतियों को समाप्त करने के लिए कहें। इस दौरान प्रोटेस्टर्स ने बलूच लोगों का अपहरण बंद करो, पाकिस्तान बलूच लोगों का नरसंहार बंद करो, सिंधी लोगों पर अत्याचार बंद करो जैसे नारे भी लगाए।