यह मामला थोड़ा रिस्की हैहम इस ओलिंपिक में पांच नए प्लेयर्स के साथ गए हैं और शायद इस वजह से सही कॉम्बिनेशन निकाल पाना भी शायद मुश्किल हो रहा है। दरअसल हम बैकअप के मामले में भी थोड़ा कमजोर नजर आ रहे हैं। प्लेयर्स के रिप्लेसमेंट बराबरी के नहीं हैं। इन सबके अलावा सिर्फ एक गोलकीपर श्रीजेश के साथ जाना भी थोड़ा रिस्की मामला है। हालांकि, यूरोपीय देश बड़े टूर्नामेंटों में सिर्फ एक गोलकीपर के साथ उतरते रहे हैं, लेकिन भारत के लिए यह नया है।