अपना पैसा छोटे और लोकल बैंक में न रखें। इसे पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSU) और बड़े प्राइवेट बैंकों में जमा करें। इसकी वजह है कि यहां कॉर्पोरेट गवर्नेंस का स्तर बहुत ऊंचा होता है और रेग्यूलेशंस का भी। जब तक जरूरी न हो को-ऑपरेटिव बैंक में डिपॉजिट करने से बचें। साथ ही केवल एक बैंक के साथ अपने डिपॉजिट लिमिट 5 लाख रुपये को बनाए रखें। लेकिन अपनी सेविंग को कई बैंकों में जमा करें, ताकि जब बैंक डिफॉल्ट करें तो आपका पैसा सुरक्षित रहे।