इजराइल और हमास के बीच सीजफायर और होस्टेज डील का मामला फिर अटकता नजर आ रहा है। इजराइल 6 हफ्ते के सीजफायर के लिए तैयार था, लेकिन अब हमास ने दो आतंकी सरगना रिहा करने की मांग रख दी है। इनके नाम मारवान बर्गाहुती और अहमद सादात हैं।
दूसरी तरफ, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज फिर इजराइल पहुंच रहे हैं। 7 अक्टूबर को जंग शुरू होने के बाद ब्लिंकन का यह सातवां दौरा है। इनमें से एक बार वो प्रेसिडेंट जो बाइडेन के साथ इजराइल गए थे।
एक साथ दो मीटिंग
ब्लिंकन के इजराइल पहुंचने से पहले इजराइली वॉर कैबिनेट की तीन दिन में दूसरी मीटिंग होगी। इसके बाद नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग भी हो सकती है। इसके बाद ब्लिंकन और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुलाकात होगी। माना जा रहा है कि इस दौरान फ्रांस और इजिप्ट के कुछ अफसर भी मौजूद रह सकते हैं। इसके बाद ब्लिंकन मीडिया से भी बातचीत कर सकते हैं।
इस बीच, ‘फ्रांस 24’ वेबसाइट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कतर और इजिप्ट के अलावा इजराइल के कुछ अफसर अब भी पेरिस में मौजूद हैं और जिस तरह से हमास नई शर्तें थोप रहा है, उसको लेकर इन अफसरों में भी काफी नाराजगी है। इसकी वजह यह है कि इजराइल ने हालिया वक्त में रुख नर्म किया है, जबकि हमास पीछे हट रहा है।
हमास की नई शर्त
हमास के सीनियर लीडर ओसामा हमदान ने सीजफायर और होस्टेज डील के लिए नई शर्त रखी है। उसने कहा है कि मारवान बर्गाहुती और अहमद सादात को इजराइली कैद से रिहा किया जाए। ये दोनों ही इस वक्त इजराइली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद की कैद में हैं।
हमदान ने एक बयान में कहा- हमारे दो साथियों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। कतर से हमारी बातचीत हुई है और हमने उनके अफसरों को बता दिया है कि हम क्या चाहते हैं। इजराइली की कैद में हजारों फिलिस्तीनी हैं। उनकी रिहाई के बारे में तस्वीर साफ होनी चाहिए।
हमदान ने कहा- हमास चाहता है कि सीजफायर की जगह जंग बंद किए जाने की बात और समझौता होना चाहिए। गाजा के लोगों को खुली हवा में सांस लेने का मौका मिलना चाहिए। हमने कभी नहीं कहा कि हम बंधकों को रिहा नहीं करेंगे, लेकिन इजराइल को हमले पूरी तरह बंद करने होंगे।