मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा ताल्हा सईद पाकिस्तान में सांसद बन सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक ताल्हा लाहौर की NA-127 सीट से चुनावी मैदान में उतर रहा है और इसके लिए नॉमिनेशन फाइल कर चुका है।
रिपोर्ट के मुताबिक ताल्हा पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) के टिकट पर चुनाव लड़ रहा है। माना जाता है कि इस पार्टी को तमाम फंडिंग हाफिज सईद के अनजान सोर्सेस से ही मिलती है। यहां याद रखने वाली बात ये है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी का नाम भी सईद की पार्टी से मिलता-जुलता है। नवाज की पार्टी का नाम PMML-N (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) है। पाकिस्तान में जनरल इलेक्शन 8 फरवरी 2024 को होंगे।
पार्टी का प्रेसिडेंट कोई और नेता
हाफिज सईद इस वक्त कथित तौर पर जेल में है। हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स और यहां तक कि पाकिस्तानी जर्नलिस्ट्स खुलासा कर चुके हैं कि सईद जेल में नहीं है, बल्कि वो अपने घर में ही है। एक बार उसके घर के बाहर हमला भी हुआ था। इस मामले की अब तक जांच चल रही है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया- हाफिज मोहम्मद सईद का बेटा ताल्हा भी 8 फरवरी 2024 को होने वाले जनरल इलेक्शन में कैंडिडेट होगा। ताल्हा PMML के टिकट पर लाहौर की NA-127 सीट से चुनाव लड़ रहा है और नॉमिनेशन पेपर्स सब्मिट कर चुका है।
इस पार्टी का प्रेसिडेंट खालिद मसूद सिंधू है। वो NA-130 सीट से चुनाव लड़ रहा है और यहां उसका मुकाबला पूर्व प्रधानमंत्री और PML-N के सुप्रीमो नवाज शरीफ से है। ताल्हा की पार्टी का चुनाव चिह्न कुर्सी है।
ताल्हा आतंकियों को भर्ती करने, धन जुटाने के अलावा भारत और अफगानिस्तान में भारतीय हितों पर हमलों की योजना बनाता रहा है। पाकिस्तान में उसकी आवाजाही पर कोई रोक नहीं है। अपनी सभाओं में ताल्हा भारत, इजराइल, अमेरिका और पश्चिमी देशों के खिलाफ जेहाद की धमकी देता रहा है।
सभी सीटों पर होंगे सईद के प्रत्याशी
मीडिया से बातचीत में PMML के प्रवक्ता ताबिश कय्यमूम ने कहा- हम नेशनल असेंबली (भारत में जैसे लोकसभा) की सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने जा रहे हैं। इसके अलावा चारों राज्यों की सभी विधानसभा सीटों पर भी PMML के प्रत्याशी होंगे। आप यकीन मानिए कि इस चुनाव में हम बड़ी जीत हासिल करने जा रहे हैं। लिहाजा, हर सीट पर हमारे कैंडिडेट होंगे।
एक सवाल के जवाब में ताबिश ने कहा- मुल्क में इस वक्त अलायंस पॉलिटिक्स चल रही है। इसलिए हमने भी फैसला किया है कि अगर जरूरत हुई तो हम भी सीट शेयरिंग और सीट एडजस्टमेंट्स करेंगे। इस पर फैसला आलाकमान करेगा।
PMML मिल्ली मुस्लिम लीग का हिस्सा रह चुकी है। मिल्ली मुस्लिम लीग हकीकत में हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा का पॉलिटिकल विंग है। 2018 में इसे बतौर पॉलिटिकल पार्टी बैन किया गया था। जमात-उद-दावा पर भी बैन है। हालांकि 2018 के चुनाव में सईद की पार्टी कुछ खास नहीं कर सकी थी। इसकी वजह यह थी कि उस वक्त इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को फौज का खुला समर्थन हासिल था और तमाम धांधली की वजह से इमरान चुनाव जीते और बाद में प्रधानमंत्री भी बन गए। अप्रैल 2023 में उन्हें नो-कॉन्फिडेंस मोशन से हटा दिया गया।
जून 2021 में पाकिस्तान के आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को सुरक्षा परिषद की ग्लोबल टेरेरिस्ट लिस्ट में शामिल करने पर चीन ने वीटो कर दिया था। खास बात ये है कि मक्की हाफिज सईद का बहनोई है और उसे लश्कर-ए-तैयबा का फाइनेंसर माना जाता है।
कहां है हाफिज सईद
पाकिस्तान की एंटी टेररिज्म कोर्ट ने 2021 में जमाद-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को टेरर फाइनेंसिंग के 2 मामलों में 32 साल की सजा सुनाई थी। 26/11 के मुंबई हमलों के इस मास्टरमाइंड को कुल 7 केस में 68 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। हालांकि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की निगरानी में वो जेल के बजाय घर में ही रहता है। सईद को करीब चार साल से किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर नहीं देखा गया है।
जून 2021 में एक खबर ने हाफिज सईद को फिर चर्चा में ला दिया था। तब लाहौर के जौहर टाउन में एक धमाका हुआ था। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी और 17 लोग घायल हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि धमाका मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के घर के पास हुआ था। दरअसल, सईद का घर जौहर टाउन इलाके में ही है। पाकिस्तान सरकार कहती रही है कि हाफिज सईद जेल में है। हालांकि पाकिस्तान के ही कुछ पत्रकार दावा करते हैं कि वो ISI की कड़ी निगरानी में हैं और लाहौर के उसी घर में रहता है, जहां ब्लास्ट हुआ था।
लाहौर पुलिस के मुताबिक इस भीषण धमाके में करीब 30 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इसमें विदेश में बने सामान का भी इस्तेमाल किया गया था। धमाके की वजह से घटनास्थल पर तीन फुट गहरा और 8 फुट चौड़ा गड्ढा बन गया था।