शिष्यों से रेप के आरोपी भगोड़े नित्यानंद ने दावा किया है कि उसे अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आने का न्योता मिला है। नित्यानंद ने कहा है कि वो समारोह में जरूर शामिल होंगे। सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए नित्यानंद ने लिखा- यह एक ऐतिहासिक आयोजन है।
नित्यानंद ने कहा- इस दिन पारंपरिक प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भगवान राम की प्रतिमा को दुनिया के कल्याण के लिए मुख्य देवता के तौर पर स्थापित किया जाएगा। मुझे इस समारोह का आधिकारिक निमंत्रण मिला है। कैलासा में भी इस दौरान सेलिब्रेशन होगा। यहां कैलासा के समय के मुताबिक, रात 9 बजे मंदिरों में भगवान राम की पूजा होगी। रात 11 बजे अखंड राम जाप होगा।
कैलासा में भी होगा अखंड राम जाप
समारोह के तहत रात 12:30 बजे मुख्य अतिथि का स्वागत होगा। इसके बाद कैलासा के समय के मुताबिक 1:30 बजे जब भारत में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, तब कैलासा के मंदिरों में दीपक जलाए जाएंगे। इसके अलावा नित्यानंद के यूट्यूब हैंडल पर भी पूरे कार्यक्रम का प्रसारण होगा।
बता दें कि नित्यानंद पर भारत में उसके शिष्यों ने रेप और किडनैपिंग के आरोप लगाए थे। 2019 में वो देश छोड़कर भाग गया था। उसने अपना अलग द्वीप बसाने और इसे अलग देश का दर्जा मिलने का दावा किया था। हालांकि, अब तक इस द्वीप या देश को किसी देश ने मान्यता नहीं दी है।
2019 में भारत छोड़कर भागा, फिर कैलासा बसाया
2010 में नित्यानंद की एक शिष्या ने उस पर रेप का आरोप लगाया था। तहकीकात के बाद 2019 में गुजरात पुलिस ने कहा था कि नित्यानंद के आश्रम में बच्चों को किडनैप करके रखा जाता है। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर 2 लोगों को गिरफ्तार किया था। आश्रम में बच्चों की पिटाई भी की जाती थी। नित्यानंद ने हमेशा अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज किया है।
नित्यानंद अपने देश 'कैलासा' को असली हिंदू राष्ट्र होने का दावा करता है। उसकी अपनी वेबसाइट है और दुनिया भर में उसके लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। इक्वाडोर के नजदीक मौजूद इस द्वीप देश की दूरी भारत से करीब 17 हजार किलोमीटर है।
वैसे तो कैलासा बेवसाइट का दावा है कि दुनिया में उसके देश के नागरिक करीब 2 करोड़ हैं लेकिन नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया नित्यानंद ने UN में बताया था कि यहां की आबादी 20 लाख है। विजयप्रिया ने दावा किया था कि 150 देशों में कैलासा के दूतावास हैं।
UN के मेंबर स्टेट्स का हिस्सा नहीं है कैलासा
UN की ऑफिशियल वेबसाइट कैलासा को 193 मेंबर स्टेट्स में शामिल नहीं करती। कैलासा की वेबसाइट पर देश के संविधान के साथ ही उसके राष्ट्रीय पशु नन्दी, राष्ट्रीय पेड़ बरगद और राष्ट्रीय झंडे से जुड़ी सभी जानकारी मौजूद है।
वेबसाइट पर अब तक हिन्दुओं पर जितने भी अत्याचार हुए हैं, उन्हें प्रलय का नाम दिया गया है। साथ ही कैलासा को पुरानी हिन्दू सभ्यता को वापस लाने वाला राज्य कहा गया है, जिसे दुनियाभर के विस्थापित हिन्दुओं ने मिलकर बसाया है।