हिंदू धर्म में पंचक को महत्वपूर्ण माना गया है. पंचक में शुभ कार्यों को करना वर्जित माना गया है. पंचक पांच दिन का होता है. यानि जब ये आरंभ होता है अगले पांच दिनों तक शुभ और मांगलिक कार्यों को करने से बचने की सलाह दी जाती है. पंचांग के अनुसार पंचक कब से लग रहे हैं, आइए जानते हैं-
इस महीने में पंचक कब है ?
सितंबर का महीना चल रहा है. हिंदू कैंलेडर के अनुसार भाद्रमास चल रहा है. पंचांग के अनुसार 18 सितंबर 2021, शनिवार को 03:26 पी एम से भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि से पंचक लग रहा है. शनिवार को धनिष्ठा नक्षत्र और सुकर्मा योग रहेगा.
पंचक कब से कब तक है 2021
पंचांग के अनुसार 18 सितंबर 2021 से पंचक लग रहा है. 23 सितंबर 2021, गुरुवार को प्रात: 06 बजकर 44 मिनट पर पंचक समाप्त होगा. इस दिन अश्विनी मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. वहीं इस दिन पंचांग के अनुसार नक्षत्र रेवती और ध्रुव योग रहेगा.
'मृत्यु पंचक' क्या होता है?
सितंबर माह में लगने वाला पंचक इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे मृत्यु पंचक कहा जा रहा है. मान्यता के अनुसार जब पंचक शनिवार से आरंभ होता है, तो इसे मृत्यु पंचक कहा जाता है. मृत्यु पंचक में विशेष सावधानी और सतर्कता बरतनी चाहिए. पंचक में शुभ और मांगलिक कार्यों को नहीं करने के साथ साथ क्रोध, अहंकार, लोभ आदि से भी दूर रहना चाहिए. स्वच्छता के नियमों का पालन करना चाहिए. अनुशासित जीवनशैली को अपनाना चाहिए. सभी पंचकों में मृत्यु पंचक को सबसे अशुभ और घातक माना गया है.
इन कार्यों को नहीं करना चाहिए
मान्यता है कि पंचक लगने के दौरान इन पांच कार्यों को नहीं करना चाहिए. पंचक में लकड़ी को एकत्र करना, पंलग-चारपाई खरीद कर घर पर लाना या उसका निर्माण कराना, घर की छत का निर्माण कराना और दक्षिण दिशा की यात्रा आदि करना अशुभ माना गया है I