वॉशिगंटन ।अमेरिका के इतिहास
में सबसे चर्चित
घोटाले में शामिल
होने के आरोप
के कारण भूतपूर्व
राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने
8 अगस्त 1974 को इस्तीफा
दे दिया था।
वे अब एक
बार फिर से
चर्चा में हैं।
इस बार वह
भारतीयों और भारतीय
महिलाओं पर अश्लील
टिप्पणियों को लेकर
चर्चा में हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति
चुनाव होने वाले
हैं,और इसमें
पुराने टेप भी
सामने आ रहे
हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रिंसटन प्रोफेसर ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस और लेखक गैरी जे बास द्वारा अमेरिकी टेप के हवाले से लिखा गया कि रिचर्ज निक्सन ने भारतीय महिलाओं के लिए कई टिप्पणियां की थीं। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हेनरी किसिंजर 3 जून, 1971 को लाखों बंगाली शरणार्थियों को पनाह देने के लिए भारत और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त हेनरी किसिंजर और रिचर्ड निक्सन ने बंगाली विद्रोह के शरणार्थी प्रवाह के लिए इंदिरा गांधी को दोषी माना था और किसिंजर ने उनके बारे में कहा था कि वे मैला ढोने वाले लोग हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंसटन अकादमिक के गैरी बास को एक टेप मिली है। जिसके हवाले से उन्होंने बताया है कि निक्सन ने भारतीय महिलाओं के लिए कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। यह सामग्री उस दौर की है जब भारत का झुकाव सोवियत संघ की तरफ था जबकि रिचर्ड निक्सन पाकिस्तान का समर्थन करते थे।
पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने कहा था,भारत की महिलाएं बेहद दयनीय होती हैं, और भारत के लोग अरुचिकर हैं।इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि 'टू मी, दे टर्न मी ऑफ। वह इतने में ही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि वह दूसरे लोगों को कैसे टर्न ऑन करते है? उन्होंने आगे कहा कि भारतीयों के साथ कड़ाई करना ही आसान है। रिचर्ड निक्सन ने यह सब कुछ हेनरी किसिंगर और व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ एचआर हाल्डेमन के बीच जून 1971 में ओवल ऑफिस में हुई बातचीत के दौरान कहा था।