दूसरी ओर, सरकारी वकील बुची रेड्डी ने कहा था कि भुगतान किया गया, जबकि काम पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि हमने खातों का ऑडिट करवाया और यह एचसीए के पैसे के दुरुपयोग का स्पष्ट मामला निकला। अजहरुद्दीन की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील के रमाकांत रेड्डी ने तब कहा कि यह विडंबना है कि एचसीए के वही सीईओ, जिन्होंने जुलाई 2021 में ऑर्डर दिया था। उन्हीं ने शिकायत दर्ज कराई, जबकि वह निलंबन भी झेल चुके हैं। वकील का आरोप था कि CEO अपने निलंबन की वजह से अजहरुद्दीन को फंसा रहे हैं।