फिनलैंड के एक स्कूल में मंगलवार को फायरिंग हुई। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक- इसमें एक स्टूडेंट की मौत हो गई है। दो घायल हैं। 12 साल के हमलावर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
मारे गए छात्र की उम्र 12 साल बताई गई है। आरोपी और मरने वाला छात्र एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। फायरिंग के बाद हमलावर भाग गया था, लेकिन पुलिस ने कुछ देर बाद उसे हिरासत में ले लिया। घटना राजधानी हेलसिंकी के एक सबअर्बन यानी उपनगरीय इलाके में हुई।
रिश्तेदार की गन लाया था हमलावर
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- घटना सुबह 9 बजे विरतोला स्कूल में हुई। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस को फोन किया। आरोपी छात्र अपने किसी रिश्तेदार की लाइसेंस्ड हैंडगन लेकर आया था।
पुलिस के मुताबिक- घटना की जांच जारी है। अब तक यह साफ नहीं है कि आरोपी ने फायरिंग क्यों की? आरोपी के खिलाफ हत्या और हत्या की कोशिश के आरोप दर्ज किए गए हैं। फायरिंग के दौरान सभी स्टूडेंट्स को उनके क्लास रूम में बंद कर दिया गया था। एडमिनिस्ट्रेशन के लोग भी तब तक बाहर नहीं निकले जब तक पुलिस ने उन्हें पूरी हिफाजत का भरोसा नहीं दिला दिया।
800 स्टूडेंट हैं स्कूल में
रिपोर्ट्स के मुताबिक- विरतोला स्कूल फिनलैंड की राजधानी विरतोला से 18 किलोमीटर दूर है। इस स्कूल में 800 स्टूडेंट्स हैं। यह केजी स्टैंडर्ड से ग्रेड 9 तक का स्कूल है। स्कूल के स्टाफ में 90 मेंबर्स हैं।
प्राइम मिनिस्टर पेतेरी ओरपो ने कहा- इस घटना से मैं सदमे में हूूं। पीड़ित परिवारों के दुख में हम उनके साथ हैं। फिनलैंड में शिकार के लिए लोग गन रखते हैं और इसके लिए लाइसेंस आसानी से नहीं मिलता। हालांकि, यहां अमेरिका की तरह शूटिंग के मामले न के बराबर होते हैं।
स्कूल में फायरिंग की घटनाएं और कानून
2007 में 18 साल के स्टूडेंट ने तुसुला शहर के स्कूल में फायरिंग की थी। इसमें 8 लोग मारे गए थे और 10 घायल हुए थे। बाद में आरोपी ने खुद को भी गोली मार ली थी।
इसी तरह 2008 में 22 साल के युवक ने भी एक स्कूल में घुसकर फायरिंग की थी। 10 लोगों की मौत हुई थी। इस हमलावर ने भी बाद में खुदकुशी कर ली थी। उसने सुसाइड नोट में फैमिली को गुडबाय कहा था।
2008 की घटना के बाद सरकार ने गन खरीदने के लिए अर्जी देने की उम्र 18 से बढ़ाकर 20 साल कर दी थी। इसके अलावा एक कठिन टेस्ट भी शर्तों में जोड़ दिया गया था। फिनलैंड में करीब 15 लाख लोगों के पास फायरआर्म्स हैं।