शराब ज्यादा पीने की वजह से 49 साल की उम्र में हो गया इंतकाल
साहित्यकार रहमान के आगे बताया कि खामोश बहुत नेकदिल और सज्जन शायर थे। उन्हें पत्र के रूप में जवाब दिया कि 'मैंने लाख मना किया था लेकिन चुपके से भेज दिया गया .... आप परेशान न हों'। शकील साहब ने 3500 रुपया भी खामोश को भेजा था। हालांकि यह रकम नोटिस के एवज में नहीं, बल्कि यह दोनों के बीच दोस्ती के दायरे की लेन-देन थी। महज 49 साल की उम्र में खामोश गाजीपुरी का अत्यधिक शराब के सेवन से 1981 में इंतकाल हो गया था।