दो दिन पहले भोपाल, रतलाम और गुना समेत एमपी के अलग-अलग जिलों में पूर्व सीएम और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के खिलाफ पोस्टर लगाए गए थे।
रतलाम और गुना में लगाए गए इन पोस्टर्स पर लिखा था- वक्फ बिल का विरोध करने वाले धर्म और वतन के गद्दार दिग्विजय सिंह।
इन पोस्टर्स को लेकर शनिवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था- गद्दारों को पहचानो। इस पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- गद्दार कौन है, देश इस बात को जानता है।
रविवार को दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करते हुए कुछ लोगों के नाम लिखे जिन्हें उन्हें ISI के लिए जासूसी करने वाला बताया और कहा कि ये लोग बीजेपी-बजरंग दल के लोग हैं। ऐसे लोगों को क्या कहा जाए।
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी, युवा मोर्चा, आरएसएस को टैग करते हुए पूछा- अंत में आप क्या कहेंगे, गद्दार? जय सिया राम।
BJP से पूछा- सिंधिया के बयान पर कभी संज्ञान लिया? दिग्विजय सिंह ने फरवरी-2017 में आईएसआई की जासूसी के आरोप में पकड़े गए बीजेपी युवा मोर्चा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लेकर दिए सिंधिया के बयान का जिक्र भी किया।
उन्होंने लिखा- कुछ साल पहले माननीय महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान पर क्या बीजेपी, भाजपा युवा मोर्चा ने कभी संज्ञान लिया है? हमने तो बीजेपी को आईएसआई की पार्टी नहीं कहा।
जासूसी के आरोपियों के नाम लिखकर सवाल उठाए पोस्टर वार के बाद रविवार को दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जासूसी के कुछ लोगों के नाम पोस्ट किए। इन्हें बीजेपी और बजरंग दल का कार्यकर्ता बताते हुए दिग्विजय ने बीजेपी-आरएसएस पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा-
ISI एजेंट के रूप में काम करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम बलराम सिंह (सतना) बजरंग दल प्रमुख, मनीष गांधी (भोपाल), त्रिलोक सिंह (भोपाल), ध्रुव सक्सेना आईटी सेल भाजपा भोपाल, मोहित अग्रवाल (भोपाल), मोहन भारती (जबलपुर), संदीप गुप्ता (जबलपुर), कुश पंडित (देहरादून), जितेंद्र ठाकुर (ग्वालियर भाजपा पार्षद वंदना ठाकुर के पति का भाई), रितेश खुल्लर, रज्जन तिवारी जिन्होंने बलराम सिंह को दीक्षा दी।