Select Date:

धनतेरसः इस शुभ मुहूर्त में कहिए 'ॐ ह्रीं कुबेराय नमः', होगी धन की वर्षा

Updated on 02-11-2021 11:58 PM
भोपाल : आज पूरे देशभर में धनतेरस को खूब हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. बड़ी दिवाली से 2 दिन पहले धनतेरस शुरू हो जाता है. ऐसा माना जाता है कि यदि धनतेरस पर सही विधि और शुभ मुहूर्त पर पूजा की जाए तो देवी लक्ष्मी मां प्रसन्न होती हैं और धन की वर्षा करती हैं. चलिए जानें, धनतेरस के मौके पर कब और कैसे करें पूजा.

क्यों मनाते हैं धनतेरस

धनतेरस को हर साल कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है. धनतेरस के त्योहार से दिवाली का त्योहार शुरू हो जाता है. धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और कुबेर देवता जिन्हें धन के देवता भी कहते हैं, की पूजा की जाती है. इसके अलावा आज के दिन भगवान धनवंतरी और यमराज को भी पूजा जाता है. इन देवताओं को प्रसन्न करके आर्थिक तंगी और नकारात्मकता को दूर किया जाता है. साथ ही घर में सुख-समृद्धि के लिए धनतेरस मनाया जाता है. इसके अलावा यम देवता की पूजा अकाल मत्यु को टालने के लिए की जाती है. इस दिन नए बर्तन, धातु का सामान और झाडू को खरीदकर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश की जाती है.

धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त

आज धनतेरस यानि त्रयोदशी तिथि सुबह 11 बजकर 31 मिनट से शुरू हो गई थी. लेकिन पूजा शाम के समय ही की जाती है. आज पूजा का समय प्रदोष काल और वृषभ काल में बंटा हुआ है. वृषभ काल में पूजन को अधिक शुभ माना जाता है.

  • प्रदोष काल शुभ मुहूर्त  - संध्या 05:37 मिनट से लेकर रात को 08:11 मिनट तक है. 
  • वृषभ काल शुभ मुहूर्त  - संध्या 6:18 से लेकर रात को 08:14 मिनट तक है.  

धनतेरस के मौके पर धातु खरीदने का शुभ मुहूर्त

धनतेरस पर धातु या सामान खरीदने का शुभ मुहूर्त संध्या  7:30 मिनट से शुरू होकर रात 9 बजे तक का है.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 17 November 2024
वारः रविवारविक्रम संवतः 2081शक संवतः 1946माह/पक्ष: मार्गशीष (अगहन) मास – कृष्ण पक्षतिथि: द्वितीया तिथि शाम 9 बजकर 06 मिनट तक तत्पश्चात तृतीय रहेगी.चंद्र राशि: वृष राशि रहेगी .चंद्र नक्षत्र: रोहिणी नक्षत्र शाम 5 बजकर 22 मिनट तक…
 16 November 2024
वारः शनिवार, विक्रम संवतः 2081,शक संवतः 1946,माह/पक्ष: मार्गशीष (अगहन) मास – कृष्ण पक्ष,तिथि : प्रतिपदा तिथि रात 11 बजकर 50 मिनिट तक तत्पश्चात द्वितीया रहेगी.चंद्र राशि : वृष राशि रहेगी ,चंद्र…
 15 November 2024
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का अधिक महत्व माना गया है और इस दिन गंगा स्नान करने का विधान होता है. स्नान के बाद दान करना बहुत ही फलदायी माना…
 15 November 2024
देव दीपावली का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन सभी देवी-देवता धरती पर आकर गंगा घाट पर दिवाली…
 15 November 2024
वारः शुक्रवारविक्रम संवतः 2081शक संवतः 1946माह/पक्ष: कार्तिक मास – शुक्ल पक्षतिथि: पूर्णिमा तिथि रहेगी.चंद्र राशि: मेष राशि रहेगी.चंद्र नक्षत्र : भरणी नक्षत्र रात्रि 9:54 मिनट तक तत्पश्चात कृतिका नक्षत्र रहेगा.योगः व्यातिपात योग रहेगा.अभिजित मुहूर्तः दोपहर 11:40 से 12:25दुष्टमुहूर्त: कोई नहीं.सूर्योदयः प्रातः…
 14 November 2024
बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है, जो इस बार 14 नवंबर 2024 को है. यह दिन विशेष रूप…
 14 November 2024
14 नवंबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की उदया तिथि त्रयोदशी और गुरुवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि आज सुबह 9 बजकर 44 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग…
 13 November 2024
वारः बुधवारविक्रम संवतः 2081शक संवतः 1946माह/पक्ष: कार्तिक मास – शुक्ल पक्षतिथि: द्वादशी दोपहर 1 बजकर 01 मिनट तक तत्पश्चात त्रियोदशी रहेगी.चंद्र राशिः मीन राशि रहेगी .चंद्र नक्षत्रः रेवती नक्षत्र रहेगा.योगः…
 12 November 2024
वारः मंगलवारविक्रम संवतः 2081शक संवतः 1946माह/ पक्ष: कार्तिक मास – शुक्ल पक्षतिथि : एकादशी शाम 4 बजकर 04 मिनट तक रहेगी. तत्पश्चात द्वादशी रहेगी.चंद्र राशि: मीन रहेगी.चंद्र नक्षत्र : पूर्वा…
Advertisement