भारत से विवाद होने के बाद मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग उठने लगी है। मालदीव की विपक्षी पार्टी (मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी) के नेता अली अजीम ने कहा है कि हमें देश की फॉरेन पॉलिसी को मजबूत बनाए रखना है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि हमें पड़ोसी देशों को खुद से अलग-थलग पड़ने से बचाना है। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी से पूछा है कि क्यों वो मुइज्जू को हटाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे पूछा- क्या मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी?
दूसरी तरफ, मालदीव के पूर्व खेल मंत्री अहमद महलूफ ने कहा है कि भारत के बायकॉट का मालदीव की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा। मुझे चिंता है कि हमें दोनों देशों के बीच विवाद का खामियाजा भुगतना मुश्किल होगा। वहीं, मालदीव के दूसरे सांसद मिकेल नसीम ने संसद से विदेश मंत्री को तलब किया है और उनसे सवाल करने की मांग उठाई है।
मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री ने कहा- हम भारत के साथ रिश्तों के लिए आभारी
अगर मालदीव-भारत के रिश्ते और बिगड़े तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान वहां की टूरिज्म इंडस्ट्री को ही होगा। इस बीच मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री MATI ने मंगलवार को भारत और पीएम मोदी के खिलाफ की गई अपने मंत्रियों की अपमानजनक बयानबाजी की आलोचना की है।
MATI ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि भारत हमारा साझेदार है, मुसीबत के वक्त हमारी मदद के लिए सबसे पहले आगे आता है। मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री में भारत सबसे बड़ा सहयोगी है। हम चाहते हैं कि ये साझेदारी सदियों तक बनी रहे। हम उस हर एक्शन की कड़ी निंदा करते हैं जिससे दोनों देशों के संबंध बिगड़ सकते हैं।
वहीं, ब्लू स्टार ट्रैवल सर्विसेज के डायरेक्टर माधव ओझा ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि भारत और मालदीव के 8 डायरेक्ट फ्लाइट्स हैं। भारत से रोजाना 1200-1300 पैसेंजर मालदीव जाते हैं। विवाद के बाद फ्लाइट्स की बुकिंग में 20-30% की कटौती की संभावना है।
मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री ने भी दिया भारत का साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव के सांसद की पोस्ट को लेकर विवाद पर मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी का कहना है यह राष्ट्रपति मुइज्जू के प्रशासन नाकामी है।
उन्होंने कहा हम एक छोटे देश हैं। हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारी सीमाएं भारत के साथ लगती हैं।
मरिया अहमद ने कहा-हमारी सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं समान हैं। भारत ने हमेशा हमारी मदद की है। चाहे रक्षा क्षेत्र हो या हमें उपकरण मुहैया कराने की बात भारत ने हमें अधिक सक्षम बनाने की कोशिश में हमारी मदद की है। मरिया ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि ये भारत 911 की कॉल की तरह है। जब भी हम मुसीबत में पड़े वो हमारी मदद के लिए आगे आया।
इजराइल का ऐलान- लक्षद्वीप में सी-वॉटर डीसेलिनेशन प्लांट लगाएंगे
भारत और मालदीव के तल्ख होते रिश्तों के बीच इजराइल ने अहम ऐलान किया है। इजराइल सरकार मंगलवार 9 जनवरी 2024 से लक्षद्वीप में सी-वॉटर डीसेलिनेशन प्लांट (समुद्र के खारे पानी को पीने योग्य बनाना) पर काम शुरू कर रही है। भारत में इजराइल की एम्बेसी ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी।
इजराइल की यह घोषणा इस लिहाज से अहम हो जाती है, क्योंकि मालदीव की पूर्व मंत्री मरियम शिउना ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजराइल से रिश्तों को लेकर भी अपमानजनक टिप्पणी की थी।
सोमवार 7 जनवरी को भारत-मालदीव विवाद दुनिया में सुर्खियां बटोरता रहा था और आखिरकार भारत-मोदी पर कमेंट्स करने वाले तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
इजराइल ने क्या कहा
इजराइल की एम्बेसी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा- लक्षद्वीप में हम कल (मंगलवार 9 जनवरी 2024) से सी-वॉटर प्यूरीफाइंग प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर रहे हैं। हमने पिछले साल लक्षद्वीप का दौरा किया था।
इस पोस्ट के साथ पिछले साल इजराइली टीम के लक्षद्वीप के कुछ फोटो भी शेयर किए। पोस्ट में आगे कहा गया- वो लोग जिन्होंने लक्षद्वीप की खूबसूरती को अब तक नहीं निहारा, उन्हें ये कुछ तस्वीरें जरूर देखना चाहिए।
महज संयोग या कुछ और
भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में ताजा तल्खी और बयानबाजी ने रविवार 7 जनवरी को जोर पकड़ा। इसकी वजह मालदीव के तीन मंत्रियों की सोशल मीडिया पर भारत और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर टिप्पणियां थीं। दरअसल, मोदी ने पिछले हफ्ते लक्षद्वीप का दौरा किया था और वहां की खूबसूरती से जुड़े कुछ फोटोग्राफ शेयर किए थे।
मालदीव के मंत्रियों ने इन्हें लेकर ही कमेंट्स किए थे। इसके अलावा भारत और इजराइल के रिश्तों को लेकर भी आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। भारत में लोगों को ये सख्त नागवार गुजरा। 7 जनवरी को भारत में हैशटेग बायकॉट मालदीव्स ट्रेंड करता रहा। कई सेलिब्रिटीज ने भी सोशल मीडिया पोस्ट पर लक्षद्वीप को खूबसूरत बताते हुए लोगों से यहां टूरिज्म को प्रमोट करने की अपील की।
बहरहाल, जब यह विवाद बेकाबू होता नजर आया तो डैमेज कंट्रोल के लिए मालदीव सरकार ने तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम हैं- माल्शा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद।
सोमवार को इस मामले में इजराइल की भी एंट्री हुई। उसने मंगलवार को सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप में सी-वॉटर डीसेलिनेशन प्लांट (समुद्र के खारे पानी को पीने योग्य बनाना) पर काम शुरू करने का ऐलान कर दिया। ये एक तरह से मालदीव को भारत-इजराइल की तरफ से सख्त जवाब था।
गूगल पर रिकॉर्डतोड़ सर्च
एक मीडिया रिपोर्ट में लक्षद्वीप को लेकर बड़ा दावा किया गया। इसके मुताबिक- 20 साल में पहली बार ऐसा हुआ जब लक्षद्वीप को गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया गया। मेकमाय ट्रिप के मुताबिक- प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप जाने के बाद इस जगह को लेकर 3400% ज्यादा लोग यहां के बारे में ऑन प्लेटफॉर्म सर्च कर रहे हैं।
कंपनी ने कहा- ये आंकड़े बताते हैं कि लोगों में भारत के समुद्र तटों (बीचेस ऑफ इंडिया) को लेकर कितना क्रेज है। इसके लिए हम कुछ ऑफर्स और डिस्काउंट भी दे रहे हैं ताकि भारतीय पर्यटक यहां आएं और टूरिज्म का लुत्फ ले सकें।
डिप्लोमैटिक फ्रंट पर भी भारत और मालदीव के बीच गहमागहमी बनी हुई है। माले में इंडियन हार्ईकमिश्नर मालदीव की फॉरेन मिनिस्ट्री पहुंचे और वहां आला अफसरों से मुलाकात की। इसके पहले, भारत ने नई दिल्ली में मौजूद मालदीव के हाई कमिश्नर को फॉरेन मिनिस्ट्री तलब किया और उनसे वहां के मंत्रियों की बयानबाजी पर बातचीत की।
सस्पेंड नहीं, बर्खास्त कीजिए
सोमवार को मालदीव के हाई कमिश्नर को तलब किया गया था। इब्राहिम शाहीब साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान उसने सिर्फ 4 मिनट बात हुई। उनसे कहा गया कि इस मामले से दोनों देशों के रिश्ते बिगड़े हैं। इन्हें सुधारने की जिम्मेदारी राष्ट्रपति मुइज्जू की है।
इसके अलावा उनसे कहा गया कि मालदीव सरकार PM मोदी और भारतीयों पर टिप्पणी करने वाले तीनों मंत्रियों को बर्खास्त करे। इनकी सस्पेंशन काफी नहीं है। दरअसल, मालदीव सरकार के 3 मंत्रियों माल्शा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्लाह महजूम माजिद ने PM मोदी और भारत के खिलाफ टिप्पणी की थी। साथ ही भारत की टूरिज्म सेक्टर में फैसिलिटीज को लेकर भी कमेंट्स किए थे। 7 जनवरी को इन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।