रूसी राष्ट्रपति पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवलनी के करीबी लियोनिद वोल्कोवल पर जानलेवा हमला हुआ। नवलनी की टीम की स्पोक्सपर्सन किरा यर्मिश ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा- लियोनिद वोल्कोवल पर यूरोपीय देश लिथुआनिया में हमला हुआ। हमलावर ने उनकी कार का शीशा तोड़ा, फिर उनकी आंखों में टियर गैस छिड़की और उन पर हथौड़े से हमला किया। वो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। किरा यर्मिश ने वोल्कोवल की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की हैं।
16 फरवरी को जेल में हुई थी नवलनी की मौत
नवलनी की मौत 16 फरवरी को रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में हुई थी। जेल अफसरों ने कहा था- नवलनी की तबीयत खराब हुई थी। वे टहलकर लौटे थे, जिसके बाद उन्हें अच्छा महसूस नहीं हो रहा था। इसके बाद वे बेहोश होकर गिर गए थे।
हालांकि, मौत की असली वजह सामने नहीं आई। नवलनी की टीम का कहना है कि पुतिन का प्रशासन नवलनी की मौत का सच छिपाने की कोशिश कर रहा है। नवलनी की प्रवक्ता किरा यारमाइश ने कहा कि था उन्हें पूरा यकीन है कि नवलनी की हत्या की गई है। इसके आदेश खुद राष्ट्रपति पुतिन ने दिए थे।
23 साल से रूस पर पुतिन का राज
पुतिन पहली बार साल 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने थे। इससे पहले 1999 में उन्हें रूस के पहले राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने बतौर PM चुना था। 2000 से 2008 तक लगातार 2 कार्यकाल के दौरान पुतिन रूस के राष्ट्रपति पद पर काबिज रहे। रूस के संविधान के मुताबिक, पुतिन लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बन सकते थे। ऐसे में साल 2008 में पुतिन के सबसे बड़े समर्थकों में शामिल दिमित्री मेदवेदेव राष्ट्रपति बने।
इस दौरान पुतिन ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद संभाला। 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति मेदवेदेव ने अपनी पार्टी से पुतिन को प्रेसिडेंट कैंडिडेट के लिए नॉमिनेट करने को कहा। इसके बाद 2012 के चुनाव में पुतिन ने दोबारा जीत हासिल की और वे सत्ता में लौट आए।