मास्को । कोविड19 के
घातक वायरस की रोकथाम के लिए रूस के स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी
वेक्टर की तरफ से विकसित की जा रही कोरोना वायरस की वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण में
भाग लेने वाले सभी स्वयंसेवक वैक्सीन दिए जाने के बाद स्वस्थ हैं और अच्छा महसूस कर
रहे हैं। रूस के संगठन रोसपोट्रेब्नैडजर ने शुक्रवार (21 अगस्त) को कहा, परीक्षण में
शामिल सभी प्रतिभागियों को वैक्सीन दी गई है। पहले चरण में 14 लोगों को वैक्सीन दी
गई और दूसरे चरण में 43 और स्वयंसेवकों को वैक्सीन दी गई। इसके अलावा प्लेसेबो कंट्रोल
ग्रुप के 43 और स्वयंसेवकों को वैक्सीन दी गई। रोसपोट्रेब्नैडजर ने कहा कि 100 स्वयंसेवकों
में से छह को इंजेक्शन वाली जगह पर थोड़ा सा दर्द महसूस हुआ, लेकिन अन्य स्वयंसेवकों
को किसी तरह की समस्या नहीं हुई। रोसपोट्रेब्नैडजर ने कहा, हमारी योजना इस वर्ष सितंबर
में क्लीनिकल परीक्षण पूरी कर लेने की है।
दूसरी ओर, रूस में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 4870 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 946,976 हो गई है। रूस के कोरोना वायरस निगरानी केंद्र ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। निगरानी केंद्र ने जारी बयान में कहा, रूस के 85 रीजन में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 4870 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से 1,292 लोगों में संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए। रूस में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस से 90 लोगों की मौत हुई है जिसके बाद अब तक इसके संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 16,189 हो गई है। रूस में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के सबसे अधिक 690 मामले मास्को में दर्ज किए गए। इसके बाद सेंट पीटर्सबर्ग में 181 और मास्को रीजन में 151 मामले सामने आए हैं। देश में इस दौरान 5,817 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है जिसके बाद अब स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 761,330 हो गई है।