कुलदेवी या देवता को इन उपायों से मनाएं और संकटों से मुक्ति पाएं
Updated on
29-11-2023 09:40 AM
भारत में हर जाति के कुलदेवी और कुलदेवता हैं भारतीय हजारों वर्षों से अपने इनकी पूजा करते आ रहे हैं। हालांकि आजकल अधिकतर परिवार ने अपाने कुलदेवी और कुल देवताओं को पूजना या उनको याद करना छोड़ दिया है संभवत: इसी के कारण वे घोर संकट में घिरे हुए हैं यदि ऐसा है तो 5 उपाय करें और संकटों से मुक्ति पाएं
*🚩1.जन्म, विवाह आदि मांगलिक कार्यों में कुलदेवी या देवताओं के स्थान पर जाकर उनकी पूजा की जाती है या उनके नाम से स्तुति की जाती है कुलदेवी की कृपा का अर्थ होता है सौ सुनार की एक लोहार की बिना कुलदेवी कृपा के किसी के कुल का वंश ही क्या कोई नाम, यश आगे बढ़ नहीं सकता अत: कुल देवी और देवता के लिए प्रतिदिन सुबह और शाम को भोग निकालें और उनके नाम का उच्चारण करें नाम नहीं याद तो स्थान का उच्चारण करें जैसे, अष्टभुजी माता या चारभुजी माता की जय कुलदेवी की जय स्थान का नाम भी नहीं मालूम हो तो हे माता कुलदेवी और कुलदेवता आपकी सदा जय हो दुर्गा माता की जय,भैरू महाराज की जय🙏*
*🚩2.एक ऐसा भी दिन होता है जब एक ही कूल से संबंधित लोग अपने देवी और देवता के स्थान पर इकट्ठा होते हैं जिन लोगों को अपने कुलदेवी और देवता के बारे में नहीं मालूम है या जो भूल गए हैं, वे अपने कुल की शाखा और जड़ों से कट गए हैं कुलदेवी या कुल देवता के स्थान से आपके पूर्वजों का पता लगता है जिसे यह नहीं याद है वे भैरू महाराज और दुर्गा माता के मंदिर में जाकर उनके नाम का भोज चढ़ाएं और पूजा करें🙏*
*🚩3.कुल देवी या देवता के स्थान पर जाकर एक साबूत नींबू लें और उसको अपने उपर से 21 बार वार कर उसे दो भागों में काटकर एक भाग को दूसरे भाग की दिशा में और दूसरे भाग को पहले भाग की दिशा में फेंक दें इसके बाद कुलदेवी या देवता से क्षमा मांग कर वहां अच्छे से पूजा पाठ करें या करवाएं और सभी को दान-दक्षिणा दें🙏*
*🚩4.कुलदेवता की पूजा करते समय शुद्ध देसी घी का दीया, धूप, अगरबत्ती, चंदन और कपूर जलाना चाहिए साथ ही प्रसाद स्वरूप भोग भी लगाना चाहिए कुलदेवता को चंदन और चावल का टीका अर्पण करते समय ध्यान रखें की टूटे हुए या खंडित चावल ना हो कुलदेवता को हल्दी में लिपटे पीले चावल पानी में भिगोकर अर्पण करना शुभ माना जाता है पूजा के समय पान के पत्ते का बहुत महत्व है जिसके साथ सुपारी, लौंग, इलायची और गुलकंद भी अर्पण करना चाहिए कुलदेवी या देवता को पुष्प चढ़ाते हुए आपको इन्हें पानी में अच्छी तरह से धोना चाहिए सभी देवी-देवताओं की पूजा जिस तरह सुबह-शाम की जाती है उसी तरह कुलदेवी और देवता की पूजा भी दीपक जलाकर करनी चाहिए🙏*
*🚩5. सनातन उत्थान समिति द्वारा कुल देवी देवता का स्थापना कराए🙏*