चीन की एक एडवर्टाइजिंग कंपनी ने अपना ऑफिस पहाड़ पर शिफ्ट कर दिया। इसके बाद कंपनी के करीब 70% कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने कर्मचारियों को दिए जाने वाले मुआवजे से बचने के लिए ऑफिस पहाड़ पर शिफ्ट किया।
दरअसल, यह पहाड़ शहर से इतना दूर है कि यहां आने-जाने के लिए ट्रांसपोर्ट नहीं मिलता। ऑफिस में भी कर्मचारियों के लिए बेसिक फैसिलिटी नहीं है। महिला कर्मचारियों को पास के गांव में बने पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ता है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कपंनी अगर कर्मचारियों को नौकरी से निकालती तो उसे इन्हें मुआवजा देना पड़ता। इससे बचने के लिए कंपनी ने ऑफिस पर शिफ्ट कर लिया। कंपनी जानती थी कि ऑफिस आने में कर्मचारियों को दिक्कत होगी और वो इस्तीफा दे देंगे।
पहाड़ पर पहुंचने के बाद भी 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था
कंपनी के एक कर्मचारी चैंग ने कहा- शहर से पहाड़ तक पहुंचने में 2 घंटे लगते हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी वक्त पर नहीं मिलता। हर 3 घंटे में सिर्फ एक बस पहाड़ तक जाती है। यहां पहुंचने के बाद 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। तब जाकर ऑफिस पहुंच पाते हैं।
उन्होंने कहा- कंपनी ने हमें कोई ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी नहीं दी। ऑफिस आने के लिए रोज परेशान होना पड़ता है। कैब से ऑफिस के पास वाले मेट्रो स्टेशन जाने में 600-700 रुपए खर्च हो जाते हैं। हमारी सैलरी भी इतनी है कि हर दिन कैब में पैसे खर्च किए जाएं। कंपनी यह पैसा रिफंड भी नहीं करती।
ऑफिस में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
चैंग ने बताया कि पहाड़ पर बना ऑफिस शहर से इतना दूर है कि यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं है। उन्होंने कहा- ऑफिस में महिला कर्मचारियों के लिए टॉयलेट नहीं है। उन्हें पास के गांव में बने पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ता है। रात में आने-जाने के लिए भी कोई सुविधा नहीं दी जाती। रात में घर जाना बेहद खतरनाक हो जाता है क्योंकि पहाड़ पर जंगली जानवरों का मूवमेंट भी रहता है।
कंपनी में केवल 20 कर्मचारी
कंपनी में सिर्फ 20 कर्मचारी ही काम करते हैं। इनमें से चैंग समेत 14 कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने मैनेजमेंट के सामने सुविधाएं न होने की कई बार शिकायत की, लेकिन इन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
कर्मचारी कंपनी पर आरोप क्यों लगा रहे...
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक कर्मचारियों के इस्तीफे के बाद कंपनी ने एक बार फिर ऑफिस शहर में शिफ्ट कर लिया और नए कर्मचारियों की भर्ती शुरू कर दी। यह बात जब इस्तीफा दे चुके कर्मचारियों को पता चली तो वो नाराज हो गए। कर्मचारियों को लगने लगा की कंपनी ने उन्हें धोखा दिया है, जिसके बाद उन्होंने कपंनी पर आरोप लगाए।
हालांकि कंपनी ने आरोपों को खारिज किया है। कंपनी का कहना है कि शहर वाले ऑफिस में मरम्मत का काम चल रहा था, इसलिए ऑफिस को कुछ वक्त के लिए पहाड़ पर शिफ्ट करना पड़ा। जैसे ही काम पूरा हुआ हम वापस शहर वाले ऑफिस में आ गए।