भारत और फिलिपीन्स के बीच साउथ चाइना सी में नेवल एक्सरसाइज पर चीन ने आपत्ति जताई है। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कोल वु कियान ने कहा है कि दो देशों के बीच रक्षा सहयोग से किसी तीसरे देश की शांति को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।
चीनी मीडिया की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कियान ने कहा- चीन और फिलिपींस के बीच समुद्री विवाद में किसी तीसरे देश को दखल देने का हक नहीं है। हम अपने देश की सुरक्षा और समुद्री अधिकारों के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा।
फिलिपीन्स और भारत की नेवी ने इस महीने युद्धाभ्यास किया था। इसमें भारत की तरफ से INS कदमत और फिलिपींस की तरफ से BRP रेमन अल्कराज जहाज ने हिस्सा लिया था। वहीं कुछ दिन पहले चीनी कोस्ट गार्ड्स पर फिलिपीन्स के जहाजों पर वॉटर कैनन से हमला करने का आरोप लगा था।
इस पर सवाल के जवाब में चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- ये आरोप झूठे हैं। उन्होंने दावा किया कि चीन की तरफ से लगातार चेतावनी के बावजूद फिलिपींस हमारे क्षेत्र में घुसपैठ कर रहा है।
चीन बोला- फिलिपींस ने हमारे जहाज को तबाह किया
कियान ने कहा- फिलिपीन्स का जहाज हमारे कोस्ट गार्ड शिप से टकराया, जिससे हमारा जहाज तबाह हो गया। इस तरह की हरकत बेहद खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना है। इन हरकतों की वजह से ही कानून के दायरे में रहते हुए हमारे कोस्ट गार्ड को जरूरी कदम उठाने पड़े, जो पूरी तरह से सही है।
मामले पर अमेरिका की तरफ से जताए गए विरोध पर चीन ने कहा- हम इस तरह की बयानबाजी को बढ़ावा नहीं देते हैं। फिलिपीन्स जिस क्षेत्र को अपना बताता है, वो चीन का हिस्सा है। अमेरिका उन्हें हमारे खिलाफ भड़काने का काम कर रहा है।
दरअसल दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में दक्षिण चीन सागर में चीन के कॉस्ट गार्ड्स ने फिलिपींस के जहाजों पर हमला किया था। उन्होंने मछुआरों के जहाज पर वाटर कैनन चलाई थी। चीन ने पहले जहाजों की घेराबंदी की, फिर पानी से हमला किया था। फिलिपींस ने चीन की इस अवैध और आक्रामक कार्रवाई की निंदा की थी।
साउथ चाइना सी में चीन की दादागिरी नई नहीं
साउथ चाइना सी में फिलीपींस और चीन के बीच इस तरह का टकराव पहले भी कई बार हुआ है। इस साल भी दोनों देशों के बीच जनवरी से तनातनी जारी है।
26 सितंबर: बीजिंग ने साउथ चाइना सी में फिलीपींस के मछली पकड़ने वाले जहाजों को रोकने के लिए स्कारबोरो शोल इलाके में फ्लोटिंग बैरियर लगाए थे। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने फिलीपींस से करीब 200 किमी दूर स्थित स्कारबोरो शोल में लैगून के एंट्री गेट पर 300 मीटर लंबा बैरियर लगाया गया था। सितंबर में फिलिपींस ने इस बैरियर को तोड़ दिया।
अगस्त 2023: चीन के कोस्टगार्ड ने फिलीपींस की मिलिट्री सप्लाई बोट पर वॉटर कैनन से वार कर दिया था। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक घटना शनिवार को हुई जब फिलीपींस की बोट अपने सैनिकों के लिए खाना लेकर जा रही थी।
फरवरी 2023: साउथ चाइना सी के विवादित हिस्से में घूम रहे एक फिलीपींस कोस्ट गार्ड के प्लेन को चीन के रेडियो ऑपरेटर ने धमकी दी थी। रेडियो ऑपरेटर ने 3500 फीट नीचे कोस्ट गार्ड के वेसल से अनाउंस करते हुए कहा था- यहां से तुरंत निकल जाओ।
जनवरी 2023: फिलीपींस ने कहा था कि चीन ने एक लेजर लाइट से उनके वेसल को रोकने की कोशिश की। इससे फिलीपींस के जहाज में सवार चालक दल को दिखना बंद हो गया था। फिलीपींस ने कहा था कि चीन ने ऐसा जानबूझ कर किया था। जो साउथ चाइना सी में उनके अधिकारों का उल्लंघन है।
पूरे साउथ चाइना सी पर चीन का दावा
चीन हमेशा से साउथ चाइना सी के लगभग पूरे हिस्से पर अपना दावा करता रहा है। इसके लिए वो 5 छोटे देशों को अक्सर परेशान करता है। इनमें फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताईवान और ब्रुनेई शामिल हैं। ये सभी देश साउथ चाइना सी को अपना बताते हैं। चीन ने इस क्षेत्र में कई आर्टिफिशयल आईलैंड बना लिए हैं। इस क्षेत्र में चीन ने कई सैन्य ठिकाने भी तैयार कर लिए हैं।