पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी ने मंगलवार शाम इस्लामाबाद हाईकोर्ट में एक पिटीशन दायर की। इसमें कहा- तोशखाना रेफरेंस में मुझे सजा हुई है। जेल भेजने के बजाए प्रशासन ने मेरे घर को ही ‘सब जेल’ घोषित करके यहां रखा है। मैं अदालत से गुजारिश करती हूं कि पाकिस्तान का आम नागरिक होने के चलते मुझे भी अडियाला जेल में आम कैदियों की तरह रखा जाए।
बुशरा की यह मांग इसलिए भी मायने रखती है कि इमरान खान इसी जेल में कैद हैं। बुशरा को तोशाखाना रेफरेंस केस में 14 साल और गैरकानूनी निकाह मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई है।
आर्मी पर डील की कोशिश के आरोप
पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक- बुशरा बीबी ने दो दिन पहले अपने वकील के जरिए आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी फौज उनसे संपर्क कर रही है और वो इलेक्शन के मद्देनजर कोई डील चाहती है। हालांकि, 1 फरवरी को जेल में बनी अदालत में सुनवाई के बाद इमरान ने कहा था कि न तो उन्हें कोई डील ऑफर की गई है और न वो किसी डील के लिए तैयार हैं। हालांकि, बुशरा फौज पर आरोप लगा रही हैं।
31 जनवरी की रात करीब 9 बजे बुशरा को सजा सुनाए जाने के बाद जेल लाया जा रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक- इसी दौरान जेल प्रशासन ने कुछ सवाल उठाए और इसके बाद अचानक एक नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसमें कहा गया कि बुशरा को जेल से अदालत लाए जाते वक्त कुछ दिक्कतें हो सकती हैं और यह इलेक्शन का वक्त है, लिहाजा उन्हें जेल भेजने के बजाए उनके बनीगाला वाले घर को ही सब जेल में तब्दील कर दिया जाए।
इसके बाद से बुशरा इमरान के आलीशान और कई एकड़ में बने बनीगाला वाले घर में ही कैद हैं। हालांकि, वो कहीं जा नहीं सकतीं। अदालत ने उसे हफ्ते में एक बार कुछ मिनिट के लिए फोन पर बातचीत की इजाजत दी है।
घर नहीं, जेल महफूज
रिपोर्ट के मुताबिक- बुशरा ने हाईकोर्ट में दायर अपील में कहा है कि उनके घर में अनजान लोग नजर आ रहे हैं और वो खुद को इन हालात में महफूज महसूस नहीं करतीं। लिहाजा, उन्हें घर की बजाए अडियाला जेल में ही रखा जाए।
बुशरा ने ये भी कहा है कि मुल्क में सभी के लिए बराबरी का कानून है, इसलिए सजा सुनाए के बाद दोषी के तौर पर उन्हें जेल में ही रखा जाए, क्योंकि बाकी सजायाफ्ता कैदियों को भी जेल में रखा जाता है, उनके घर को जेल में तब्दील नहीं किया जाता।
बुशरा और इमरान की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक- 10 फरवरी को अल कादिर ट्रस्ट स्कैम की सुनवाई होनी है। जेल प्रशासन का कहना है कि हर सुनवाई के लिए बुशरा को अदालत ले जाना रिस्की साबित हो सकता है।
दरगाह पर हुई थी इमरान से मुलाकात
बुशरा बीबी का जन्म 16 अगस्त 1974 को पाकिस्तान के पाकपट्टन शहर में हुआ था। वह पाकिस्तान के पंजाब में एक राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माने जाने वाले वट्टू खानदान से आती हैं।
ये शहर 12वीं सदी के सूफी संत बाबा फरीद की दरगाह के रूप में जाना जाता है। बुशरा और इमरान दोनों ही बाबा फरीद के अनुयायी रहे हैं और इन दोनों की पहली मुलाकात भी बाबा फरीद की दरगाह पर ही हुई थी।
इमरान खान से शादी से पहले बुशरा बीबी ने खावर मनेका से शादी की थी। मनेका पाकिस्तान का एक रसूखदार जमींदार परिवार है। खावर मनेका सीनियर कस्टम अधिकारी थे, जो बेनजीर भुट्टो सरकार में मंत्री रहे गुलाम मोहम्मद मनेका के बेटे हैं।