लोकसभा प्रत्याशी खोजने की कवायद करती भाजपा और कांग्रेस
Updated on
06-02-2024 10:10 AM
भाजपा और कांग्रेस में मैराथन बैठकों का दौर चल रहा है और दोनों की नजर लोकसभा चुनाव के लिए 29 योग्य व जिताऊ उम्मीदवारों की खोज पर टिक गई है। जहां तक भाजपा का सवाल है उसने लोकसभा चुनाव के साथ ही साथ राज्यसभा चुनाव के लिए संभावित चेहरों को तय करने के लिए कवायद शुरू कर दी है तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने जमीनी हकीकत परखने के लिए जिलों के संयुक्त दौरे प्रारंभ कर दिये हैं।
कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी है क्योंकि उसका एक ही प्रत्याशी चुना जाना है और केवल यह तय होना है कि जीतू पटवारी को राज्यसभा में भेजा जाएगा या कोई नया चेहरा होगा यह हाईकमान को तय करना है। कांग्रेस राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का भी रोडमैप तैयार करेगी ताकि वे जहां-जहा जायें वहां-वहां अच्छा जनसमूह मौजूद रहे। फिलहाल कांग्रेस ने ग्वालियर-चम्बल पर फोकस किया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा यहां से गुजरेगी। इस संबंध में जीतू पटवारी ने कहा कि यह यात्रा सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक न्याय यात्रा है, हम सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को इसे सफल बनाने के लिए जी-जान से जुटना है। एक कार्यकर्ता के तौर पर यह आपकी भी परीक्षा है, ऐसी ही परीक्षायें देते हुए वे स्वयं भी बूथ कार्यकर्ता से प्रदेश अध्यक्ष के पद पर पहुंचे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपेक्षा की है कि वे जनता की लड़ाई को मजबूती से लड़ें ताकि जनता को न्याय दिलाने में विपक्ष की भूमिका का पूरी ताकत के साथ कांग्रेस निर्वहन कर सके।
रविवार 4 फरवरी को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मैराथन बैठकें हुईं और इससे हटकर रात को अलग से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई। फिलहल तो यह तय किया गया है कि लोकसभा के लिए 6 सीटों पर पैनल तैयार किया जाए जहां के लोकसभा सदस्य विधायक बन गये हैं या जहां कांग्रेस का कब्जा है। इस प्रकार विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर तथा राकेश सिंह, प्रहलाद सिंह पटेल, राव उदय प्रताप सिंह व रीति पाठक द्वारा खाली की गयी सीटों के साथ ही छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के लिए भी पैनल तैयार किया जायेगा, क्योंकि यहां पर कांग्रेस का कब्जा है और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद हैं। इसी प्रकार सतना और मंडला के सांसद विधायकी का चुनाव हार चुके हैं इसलिए उन पर भी चर्चा हुई। विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही भाजपा लोकसभा उम्मीदवारों के नामों का भी जल्द ही ऐलान करेगी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने सभी लोकसभा चुनाव प्रभारी व संयोजकों के साथ चर्चा करते हुए यह साफ कर दिया है कि अब हमें अपना वोट शेयर हर हाल में और अधिक बढ़ाना है। भाजपा अब हर विधानसभा क्षेत्र के अनुसार भी प्रभारी, सहप्रभारी तथा संयोजक बनाने जा रही है। मोहन सरकार के मंत्रियों को भी नसीहतों की खुराक पिलाई गई और सोशल मीडिया से लेकर लोकसभा चुनाव प्रबंधन तक बड़े नेताओं ने मार्गदर्शन दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जनप्रतिनिधियों को कहा कि अपने व्यवहार में मर्यादा रखें और व्यवहार ऐसा हो जो सरकार की गरिमा को बनाये रखे। अक्सर देखा गया है कि मंत्री पद पाने के साथ कई नेताओं के आचार-व्यवहार और रहन-सहन तथा बोलचाल में बदलाव आ जाता है जिससे सरकार की छवि प्रभावित होती है। यदि उनका व्यवहार मर्यादित होगा तो उससे सरकार की छवि में भी निखार आयेगा जिसका सीधा-सीधा फायदा चुनाव में पार्टी को मिल सकता है। इस प्रकार इन दिनों सत्ताधारी दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में बैठकों के साथ ही सीधे जनता से जुड़ने की कवायद जोरशोर से चल रही है, ताकि आगामी चुनाव में उनको इसका फायदा मिल सके। देखने वाली बात यही होगी कि नसीहतों की खुराक तो पिलाई जाती रही है लेकिन अब उसका कितना असर मैदान में नजर आता है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है उसे पहले अपने कार्यकर्ताओं की हताशा व निराशाको दूर करना है जो विधानसभा चुनाव में लगे तगड़े झटके से पैदा हो गयी है।
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