पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवा दंपती पिकनिक मनाने के लिए गत सोमवार दोपहर भैरव बाबा क्षेत्र गया था। यहां उन्हें देखते ही आरोपितों ने पहले पति के साथ मारपीट की। फिर महिला से ज्यादती की। सभी आरोपित नशे में थे।
आरोपितों ने सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो भी बनाया। दंपती को धमकी भी दी कि केस दर्ज कराया तो इसे वायरल कर देंगे। पीड़ित दंपती ने गत मंगलवार को मामला दर्ज कराया है।
दंपती कॉलेज में पढ़ते हैं। हाल ही में उनकी शादी हुई है। डीएसपी हेड क्वार्टर हिमाली पाठक ने बताया कि महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर आरोपितों की पड़ताल की जा रही है।
गत सोमवार को हुई इस घटना के बाद पीड़ित दंपती थाने के चक्कर लगाता रहा, लेकिन पुलिस प्रशासन का पूरा फोकस बुधवार को रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव पर था। इसलिए इस मामले को दबाए रखा।
रीवा के पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना है कि घटना गत 21 अक्टूबर की दोपहर में हुई है। पीड़िता 22 अक्टूबर की दोपहर थाने पहुंची। पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर लिया। इनमें दो प्राइम सस्पेक्ट लग रहे हैं। आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नव विवाहित दंपति को पेड़ में बांध कर की गई दुष्कृत की घटना की मैं निंदा करती हूं, साथी मध्य प्रदेश की संवेदनहीन सरकार के आचरण की भी मैं निंदा करती हूं ज्ञातव्य है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव डिप्टी सीएम सहित सब सोमवार को रीवा में ही थे।
इस घटना की जानकारी इन सभी को थी उसके बावजूद बेटी के घाव में मरहम लगाने की कोशिश तो नहीं की, लेकिन प्रयास इस बात का हुआ कि किसी तरह मामला दब जाए। गली-गली थाने थाने पीड़ित परिवार घूमकर परेशान होता रहा और कोई कार्रवाई नहीं हुई।
भाजपा की सरकार ने ,,घटना हृदय विदारक है 56 भोग लगाने में मशग़ुल सरकार को बेटी की चीत्कार सुनाई नहीं दी! सरकार इसी तरह पर्यटन हब बनेगा रीवा?
पर्यटन के रूप में स्थित भैरव बाबा क्षेत्र लोगों के आस्था का केंद्र है सुरक्षा के इंतजाम न होने से पर्यटन स्थलों में हमेशा पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ एवं बदसलूकी की घटनाएं होती रहती हैं।
रीवा की कविता पांडेय ने बताया कि रीवा जिले में जितने भी पर्यटन के क्षेत्र हैं वहां स्थाई रूप से पुलिस चौकी की स्थापना होनी चाहिए जिससे हमारे आस्था के केन्द्र एवं प्राकृतिक सौंदर्य स्थलों पर हमारी बहन बेटियों के साथ इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।