अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की जुबान एक बार फिर फिसल गई। ताजा मामले में बाइडेन नवलनी की पत्नी का नाम गलत बोल गए। हालांकि व्हाइट हाउस ने इस पर टिप्पणी नहीं की है।
दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की मौत के 6 दिन बाद बाइडेन ने उनकी पत्नी यूलिया नवलनया और बेटी दाशा नवलनया से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नवलनी की पत्नी यूलिया को योलांडा कह दिया।
मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए बाइडेन ने कहा- नवलनी की पत्नी और बेटी के साथ हुई मुलाकात के दौरान मैंने दोनों से कहा कि नवलनी बहुत बहादुर थे। पुतिन एलेक्सी की मौत के जिम्मेदार हैं। हम कल (24 फरवरी 2024 को) पुतिन के खिलाफ प्रतिबंध लगाएंगे। लेकिन एक बात तो साफ है कि योलान्डा (सही नाम-यूलिया) वो लड़ाई जारी रखेंगी जो नवलनी लड़ रहे थे। इसलिए हम हार नहीं मानेंगे।
नवलनी की मौत 16 फरवरी को रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में हुई थी।
बाइडेन की याददाश्त पर विवाद बढ़ा
यह पहली बार नहीं है जब बाइडेन ने किसा का नाम गलत लिया हो। उनकी याददाश्त पर कई सवाल उठ चुके हैं।
अमेरिकी मीडिया 'न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक, कुछ दिन पहले बाइडेन ने याददाश्त के आरोपों का खंडन करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान गाजा को लेकर सवाल पर हमास का नाम भूल गए। इसके बाद मिस्र के नेता अब्देल फतह अल-सिसी को मैक्सिको का राष्ट्रपति बता बैठे।
इसके पहले नेवादा में डेमोक्रेटिक पार्टी के दौरान बाइडेन ने कई मिनिट तक फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रेंकोइस मिटरेंड से बातचीत का जिक्र किया था। फ्रेंकोइस का 1996 में निधन हो चुका है। इतना ही नहीं वो फ्रांस को जर्मनी भी बोल गए थे।
दिवंगत साथी को स्टेज पर बुलाते रहे थे
इतना ही नहीं, 2022 में बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के एक टाउनहॉल में पहुंचे थे। यहां स्पीच के दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी के सांसद का नाम लेकर उन्हें तीन बार स्टेज पर इनवाइट किया था। इस सांसद का निधन हो चुका था। इसके बाद बाइडेन ने माफी मांगी थी।
तारीख ही भूल गए थे
बाइडेन अमेरिकी संसद में हुई हिंसा की तारीख भूले गए थे। वो 6 जनवरी की जगह 6 जुलाई बोल गए थे। उन्होंने कहा था- 6 जुलाई को जो कुछ हुआ उसका इंटरनेशनल लेवल पर जो असर हुआ था, उसे आप समझ ही सकते हैं। इसी भाषण में उन्होंने जहां यूक्रेनियन बोलना था, वो उसे ईरानियन बोल गए थे।
दरअसल, 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प की हार हुई थी। उनके समर्थकों ने हार स्वीकार नहीं की थी। इसके बाद समर्थक 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद (कैपिटल हिल) में घुस गए थे।
62% अमेरिकी बाइडेन की हेल्थ को लेकर चिंतित
फरवरी 2022 में भी वाइट हाउस के पूर्व चिकित्सक प्रतिनिधि रोनी जैक्सन समेत 37 सांसदों ने औपचारिक पत्र लिखकर बाइडेन को औपचारिक संज्ञानात्मक जांच (कॉग्नेटिव टेस्ट) से गुजरने की मांग की थी। NBC न्यूज के एक नए सर्वे से पता चला है कि 62% अमेरिकी मतदाताओं ने माना है कि वे राष्ट्रपति बाइडेन के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
बाइडेन को डिमेंशिया टेस्ट देना पड़ सकता है
एक क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट में बाइडेन को 'अच्छे इरादे और कमजोर याददाश्त वाला बुजुर्ग' बताया गया था। इसके बाद अब अमेरिका में बाइडेन के डिमेंशिया टेस्ट की मांग जोर पकड़ रही है।
1996 में पहली बार कनाडा में शुरू मॉन्ट्रियल कॉग्निटिव असेसमेंट (MOCA) पूरी दुनिया में डिमेंशिया की पहचान के लिए सबसे भरोसेमंद जांच बनकर उभरी है। यह एकाग्रता, ध्यान, याददाश्त, भाषा, फोकस, एग्जिक्यूटिव फंक्शन और विडुअल स्किल का आकलन करता है।
दस मिनट के इस टेस्ट में ऊंट, शेर और गेंडे जैसे जानवरों को भी पहचानने को कहा जाता है। इसके अलावा, घड़ी बनाने, 1 से 5 तक अंक और A से E तक अक्षर पढ़ने को कहा जाता है। इस तरह की कई और जांच होती हैं। इसमें 26 से ऊपर के स्कोर को सामान्य माना जाता है। ट्रम्प को इस टेस्ट में पूरे 30 अंक मिले थे।