दूसरी ओर, राजस्थान की टीम ने ग्रुप स्टेज में तो दबदबा बनाया, लेकिन सेकंड हाफ में अचानक लय खो दिया और लगातार चार मैच गंवाकर पहले पोजिशन से गिरकर तीसरे नंबर पर अटक गई। स्वाभाविक सी बात है कि आत्मविश्वास के मोर्चे पर इस वक्त आरसीबी की टीम आरआर से कहीं आगे होगी। हालांकि आज जब ये दोनों टीमें टकराएंगी तो पिछले प्रदर्शन को भुलाकर लक्ष्य सिर्फ इस मैच में जीत का होगा। आरसीबी के पास इतिहास रचने का मौका भी है, क्योंकि 2008 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में वह आज तक चैंपियन नहीं बन पाई है। जबकि टॉप-4 की बाकी तीन टीमें खिताबी जीत का स्वाद चख चुकी हैं।