भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) घरेलू खिलाड़ियों के लिए सैलेरी बढ़ाने पर विचार कर रहा हैं। क्रिकेट वेबसाइट के मुताबिक, इसके लिए अजित अगरकर की सिलेक्शन कमेटी को इसे को लागू करने के बारे में सुझाव देने का काम सौंपा गया है। हालांकि, बढ़ी हुई मैच फीस की घोषणा की संभावना नहीं है, लेकिन नेशनल सिलेक्शन कमेटी ने प्रस्ताव पर चर्चा की है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि IPL में हिस्सा नहीं लेने वाले घरेलू खिलाड़ी वंचित महसूस न करें।
अलग-अलग योजनाओं पर विचार चल रहा है लेकिन BCCI इस बात पर एकमत है कि घरेलू क्रिकेटरों की फीस कम से कम दोगुनी होनी चाहिए। एक सोच यह भी है कि अगर घरेलू खिलाड़ी ने 10 रणजी ट्रॉफी मैच खेले हैं तो उन्हें सालाना 75 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच कमाई करने की स्थिति में होना चाहिए।
रणजी प्लेयर्स को 3 स्लैब में सैलरी देता है BCCI
रणजी प्लेयर्स को BCCI की तरफ से फीस दी जाती है। BCCI ने इसके लिए 3 स्लैब निर्धारित किए हैं।
40 से ज्यादा फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले प्लेयर्स को एक दिन के 60 हजार रुपए मिलते हैं, यानी एक 4-दिवसीय मैच के लिए 2.40 लाख रुपए।
21 से 40 फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को एक दिन के 50 हजार रुपए मिलते हैं, यानी एक 4-दिवसीय मैच के लिए 2 लाख रुपए।
20 से कम फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले प्लेयर्स को एक दिन के 40 हजार रुपए मिलते हैं, यानी एक 4-दिवसीय मैच के 1.60 लाख रुपए।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने मैच फिस डबल की
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने अपने रणजी ट्रॉफी प्लेयर्स की फीस बढ़ाने का फैसला ले चुकी हैं। प्लेयर्स की सैलरी अगले सीजन से दोगुनी बढ़ जाएगी। अनुभवी खिलाड़ियों को 2024-25 के सीजन से एक फर्स्ट क्लास मैच के लिए 4.80 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं बाकी बोर्ड के प्लेयर्स को एक मैच के 2.40 लाख रुपए मिलते हैं।
डोमेस्टिक क्रिकेट को बढ़ावा देना चाहता है BCCI
पिछले दिनों BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को लेकर वॉर्निंग दी थी। बोर्ड ने कहा था कि जो खिलाड़ी फिट हैं और नेशनल टीम का हिस्सा नहीं हैं तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा। इसके बावजूद ईशान किशन, क्रुणाल पंड्या और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों ने अपने स्टेट के लिए रणजी ट्रॉफी मैच नहीं खेला। वे IPL की तैयारियों में जुट गए। ऐसे में डोमेस्टिक क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए BCCI नई योजनाएं ला रही हैं।
BCCI ने नए कॉन्ट्रैक्ट में टेस्ट प्लेयर्स को फायदा पहुंचाया
BCCI ने भी रेड बॉल क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए टेस्ट क्रिकेट में इंसेटिव स्कीम शुरू की। इसके तहत साल के 75% से ज्यादा टेस्ट खेलने वाले प्लेयर्स की मैच फीस 300% तक बढ़ जाएगी। फिलहाल एक टेस्ट मैच के लिए प्लेयर्स को 15 लाख रुपए मिलते हैं।
बोर्ड ने पिछले दिनों प्लेयर्स की नई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट भी जारी की। इसमें अनुभवी श्रेयस अय्यर और युवा ईशान किशन को रेड-बॉल क्रिकेट नहीं खेलने के कारण बाहर कर दिया गया।
गावसकर ने कहा था- रणजी फीस 2 से 3 गुना बढ़नी चाहिए
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर ने पिछले दिनों कहा भी था कि रणजी प्लेयर्स की फीस 2 से 3 गुना तक बढ़नी चाहिए। इससे रेड-बॉल क्रिकेट खेलने के लिए खिलाड़ी इंस्पायर होंगे और इस फॉर्मेट पर ज्यादा ध्यान लगाएंगे।