बाद में जब साइबर ठग लोगों से ऑनलाइन धोखाधड़ी करते तो इन्हीं बैंक खातों का उपयोग किया जाता था। यहां आरोपितों का हर ट्रांजेक्शन के हिसाब से कमीशन फिक्स था। इस तरह आरोपितों ने पिछले कुछ महीनों में 20 से 40 हजार रुपये कमाए थे। पुलिस पांचों आरोपितों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी जुटा रही है।