इस्लामाबाद
। अकूत संपत्ति
के आरोप लगने
के खुलासे के
बाद विवादों से
घिरे इमरान खान
के विशेष सलाहकार
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) आसिम
सलीम बाजवा ने
प्रधानमंत्री इमरान के सूचना
सलाहकार पद से
इस्तीफा दे दिया।
हालांकि, इमरान ने उनका
इस्तीफा नामंजूर कर दिया।
बाजवा अब चीन
पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपैक)
के चेयरमैन बने
रहेंगे। असीम बाजवा
इसी पद को
लेकर विवादों में
हैं और विपक्ष
उनको हटाने की
मांग कर रहा
है।
असीम बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता रहे हैं और वर्तमान सेना प्रमुख के कमर जावेद बाजवा के रिश्तेदार भी हैं। असीम प्रधानमंत्री इमरान खान के काफी करीबी माने जाते हैं। सीपैक के चेयरमैन का पद सिविलयन पढ़ाई लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने नियमों को तोड़ते हुए असीम बाजवा को इसका चेयरमैन बना दिया था। इस कारण विपक्ष उन पर लगाता हमले कर रहा था। अब असीम की करोड़ों की सम्पत्ति का खुलासा होने के बाद बाजवा ने एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और मेरी छवि धूमिल की जाने की कोशिश की जा रही है। इसी कारण वे इस पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
बाजवा का इस्तीफा एक ऑनलाइन खोजी समाचार प्लेटफॉर्म द्वारा प्रकाशित होने के बाद आया है। इसमें बाजवा की अकूत धनसम्पत्ति के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों की सम्पत्ति की भी सूची है। एक रिपोर्ट के अनुसार असीम बाजवा के भाइयों, पत्नी और दो बेटों के पास एक बिज़नेस एम्पायर है, जिसमें चार देशों में 99 कंपनियां खुली हुई हैं। इसके अंतर्गत एक पिज्जा फ्रैंचाइज़ी भी शामिल है जिसके 133 रेस्तरां उनके अपने नाम हैं जिनकी कीमत 39.9 मिलियन डॉलर लगाईं गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजवा परिवार की कंपनियों ने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए 52.2 मिलियन डॉलर खर्च किए और संयुक्त राज्य अमेरिका में संपत्ति खरीदने के लिए 14.5 मिलियन खर्च किये। जबकि असीम बाजवा और उनका विभाग पाकिस्तानियों को अपने अविकसित देश पकिस्तान में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे।