अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक बार फिर से हिंदू मंदिर पर हमला हुआ है। कैलिफोर्निया के हेवर्ड में मौजूद विजय शेरावाली मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों ने भारत विरोधी बातें लिखीं। खालिस्तानियों ने मंदिर की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी अपशब्द लिखे हैं। साथ ही खालिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे भी लिखे नजर आए।
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीर भी शेयर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगातार हो रहे हमलों के बीच मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में कैमरा लगाए जाने की मांग तेज हो गई है, जिससे आरोपियों की पहचान की जा सके। HAF ने बताया कि वो मंदिर प्रशासन के साथ संपर्क में हैं, और अलामेदा पुलिस डिपार्टमेंट को भी मामले की सूचना दी गई है।
नेवार्क में भी स्वामीनारायण मंदिर में हुई थी तोड़फोड़
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब करीब 2 हफ्ते पहले ही नेवार्क में स्वामीनारायण मंदिर पर अटैक हुआ था। वहीं करीब 1 हफ्ते पहले इसी क्षेत्र में मौजूद दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला सामने आया था। मंदिर के साइन बोर्ड पर भारत विरोधी नारे सामने आने के बाद सैन फ्रांसिस्को में मौजूद भारत के कॉन्सुलेट जनरल ने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा- हमने अमेरिकी अधिकारियों से मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की है।
इससे पहले दिसंबर में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी नेवार्क में मंदिर पर हुए हमले पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था- मैंने ये खबर देखी है। हम इसको लेकर चिंतित हैं। भारत के बाहर के चरमपंथियों और अलगाववादी ताकतों को जगह नहीं मिलनी चाहिए। हमने अमेरिकी अधिकारियों के सामने शिकायत दर्ज कराई है। हमें उम्मीद है कि मामले में सही कार्रवाई की जाएगी।
खालिस्तानियों ने भिंडरावाले को शहीद कहा था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस मंदिर पर खालिस्तानियों ने हमला किया था, वो वॉशिंगटन डीसी से 100 किमी दूर स्थित है। हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने सोशल मीडिया तस्वीरें शेयर की थीं। इनमें मंदिर की एक दीवार पर भिंडरावाले को शहीद बताया गया था।
PM मोदी ने कहा था- कुछ घटनाएं भारत-अमेरिका रिशतों को नहीं बिगाड़ सकतीं
हाल ही के दिनों में पश्चिमी देशों में खालिस्तानियों के हिंदू मंदिरों पर हमले बढ़े हैं। अमेरिका में मंदिर पर हमला तब हुआ है, जब अमेरिका ने हाल ही में दावा किया था कि आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की एक भारतीय प्लानिंग कर रहा था। इस मामले पर पीएम मोदी ने फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि अमेरिका की ओर से दिए गए सबूतों को देखा जाएगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा था कि कुछ घटनाएं भारत-अमेरिका संबंधों को पटरी से नहीं उतार सकती। इसके अलावा पीएम मोदी ने खालिस्तानियों पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि ये तत्व अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में धमकी देते और हिंसा भड़काते हैं।