अमेरिका की चीन के खिलाफ बड़ी मोर्चाबंदी, इन दो देशों के साथ जिनपिंग के होश उड़ाने की तैयारी में बाइडन
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19-08-2023 01:36 PM
वॉशिंगटन: अमेरिका के नेतृत्व में चीन के तीन सबसे बड़े दुश्मनों ने शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया है। इस सम्मेलन का आयोजन अमेरिका के मैरीलैंड में कैंप डेविड में किया गया। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक योल की अगवानी की। इस शिखर सम्मेलन के पीछे चीन को लेकर तीन देशों की आपसी चिंता है। अमेरिका और जापान सबसे ज्यादा चीनी आक्रामकता का सामना कर रहे हैं। वहीं, दक्षिण कोरिया चीन के दोस्त उत्तर कोरिया के खतरे से जूझ रहा है। कहा जाता है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के रिंग मास्टर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हैं। जिस दिन जिनपिंग ने हरी झंडी दे दी, उस दिन उत्तर कोरिया अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया पर हमला कर देगा। यही कारण है कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया साझा दुश्मन चीन के खिलाफ एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं।
चीन को टाइम बम बता रहे बाइडन
बाइडन ने पिछले हफ्ते यूटा में शी जिनपिंग के चीन को एक टिक-टिक करता टाइम बम बताया था। उन्होंने डेमोक्रेटिक दानदाताओं से कहा था कि जिनपिंग एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनके बारे में मुझे लगता है कि मैं ज्यादा समझता हूं। उन्होंने आगे कहा कि हम चीन के साथ लड़ाई के बारे में नहीं सोच रहे हैं, लेकिन हम चीन के साथ तर्कसंगत संबंध की तलाश में हैं। बाइडन के शी के साथ लंबे संबंधों के बावजूद "तर्कसंगत संबंध" की दिशा में काम रुका हुआ है। महीनों की कटुता के बाद बाइडन प्रशासन ने नियमित संचार को फिर से स्थापित करने के लिए हाल में ही चीन का दौरा शुरू किया है। फिर भी तनाव बरकरार है और अमेरिका-चीन संबंधों में गहरा तनाव बना हुआ है।
बाइडन-शी मुलाकात भी नहीं दिखा असर
बाइडन और शी के लगातार मुलाकातों के बावजूद अमेरिका-चीन संबंधों में विकास को नहीं देखा गया है। दोनों नेताओं ने पिछले साल नवंबर में बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर व्यक्तिगत रूप से बातचीत की थी। अमेरिकी अधिकारियों ने इस मुलाकात को अमेरिका-चीन संबंधों में नई मंजिल करार दिया था। बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह शी के साथ पिछले साल की बैठक को इस पतझड़ में भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे आशा और उम्मीद है कि इस पतझड़ में बाली से हमारी बातचीत जारी रहेगी - यही मेरी अपेक्षा है। इस वार्ता पर टोक्यो और सियोल में बारीकी से नजर रखी गई, जहां चीन की सैन्य और आर्थिक आक्रामकता एक वर्तमान वास्तविकता है।
अमेरिका-जापान- दक्षिण कोरिया में क्या समझौता हुआ
शुक्रवार को कैंप डेविड में बीजिंग की बढ़ती शक्ति की उभरती पृष्ठभूमि के खिलाफ संयुक्त मिलिट्री और टेक्नोलॉजी इनिशिएटिव पर समझौते किए गए। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने सीएनएन से कहा कि चीन वास्तव में जमीनी हकीकत है, एशिया में एक बहुत बड़ा खिलाड़ी है। आप इसे खारिज नहीं कर सकते। हम वातावरण को इस तरह से आकार देने की कोशिश कर रहे हैं कि दोनों हमारे हितों को आगे बढ़ाएं, हमारे भागीदारों को सुरक्षित करें, और इस बारे में एक स्पष्ट संकेत भेजें कि हम किस तरह की कार्रवाइयों को उत्तेजक मानते हैं।
जिनपिंग को लेकर बाइडन का अलग रुख
यह बहुत पहले की बात नहीं है जब शी को एक अमेरिकी नेता ने अपने स्वयं के हाई-प्रोफाइल शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2013 में लंबी बातचीत के लिए जिनपिंग की विशाल पाम स्प्रिंग्स रिज़ॉर्ट में मेजबानी की। इसे पश्चिम के कैंप डेविड के रूप में जाना जाता था। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उन्हें मार-ए-लागो में चॉकलेट केक परोसा। लेकिन, अब इस तरह की अगवानी की कल्पना करना कठिन है, विशेष रूप से ताइवान के आसपास बढ़ते तनाव, उभरती प्रौद्योगिकी पर लड़ाई, मानवाधिकार संबंधी चिंताओं के बढ़ने से। शी जिनपिंग एक ऐसे नेता हैं, जिन्हें राष्ट्रपति जो बाइडन तानाशाह मानते हैं।
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