इजराइल और हमास के बीच साढ़े तीन महीने से जारी जंग में दूसरी बार सीजफायर की गुंजाइश नजर आने लगी है। ‘यरूशलम पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी इंटेलिजेंस के अफसर इजराइल से बातचीत के बाद अब इजिप्ट और कतर से चर्चा कर रहे हैं। इसमें हमास के सामने कुछ शर्तें रखी गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही सीजफायर और होस्टेज डील हो सकती है।
दूसरी तरफ, इजराइली सेना ने बुधवार को भी खान यूनिस इलाके में जबरदस्त जमीनी और हवाई हमले किए। इजराइली सेना ने यहां के दो हॉस्पिटल खाली कराने के आदेश भी दिए हैं। कुछ लोग यहां से निकाले भी जा चुके हैं।
कमजोर पड़ गया है हमास
यरूशलम पोस्ट की वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक- इजराइल सरकार हमास को कोई राहत देने के लिए तैयार नहीं है। दूसरी तरफ, इजराइल की तरफ से जमीनी और हवाई हमलों से हमास के हौसले पस्त होते जा रहे हैं। उसके कई आतंकी आम लोगों के बीच छिपकर भाग रहे हैं। इजराइली सेना की इन पर नजर है। ज्यादातर आतंकियों को भीड़ से अलग करके मार गिराने या पकड़ने पर फोकस है।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भी 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद सीजफायर और होस्टेज डील के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि वो भी अब दुनिया का ज्यादा विरोध नहीं करना चाहते। हाल ही में दो अमेरिकी इंटेलिजेंस अफसरों ने नेतन्याहू से सीक्रेट मुलाकात की थी और इसके बाद यह तय हुआ कि इजराइल होस्टेज डील और सीजफायर के लिए पहले की तरह सख्त शर्तें नहीं रखेगा, लेकिन हमास को भी एकजुट होने का मौका नहीं देगा।
गाजा में हालात और बिगड़े
UN की एक एजेंसी ने कहा है कि गाजा में हालात अब अकाल की तरह होते जा रहे हैं। यहां के लोगों के पास अब खाने के लिए भी कुछ नहीं है। कुछ लोग तो इसी वजह से गाजा छोड़कर जा रहे हैं। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि गाजा के शेल्टर होम्स को जानबूझकर बुनियादी सुविधाओं से दूर रखा जा रहा है ताकि लोग यहां से भी भाग जाएं।
दूसरी तरफ, ब्रिटिश अखबार द गार्डियन की रिपोर्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा में 23 जनवरी को मारे गए 24 सैनिक हमास के ठिकाने को तबाह करने के लिए पहुंचे थे। रिपोर्ट के मुताबिक सैनिक दो इमारतों में एक्सप्लोसिव्स प्लांट कर रहे थे। उन्हें खबर मिली थी कि यहां हमास का ठिकाना है।
जिस वक्त सैनिक इमारत ढहाने के लिए उसमें बम लगा रहे थे तभी हमास आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान एक गोली बम पर जाकर लगा गई और धमाका हुआ। इसके बाद इमारत ढह गई। सभी सैनिकों की मौत हो गई। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक मारे गए सैनिकों में से एक अपराधी था।