खैर, एक लाइन में कहा जाए तो 14 साल 32 दिन उम्र, चील-सी आंखें, क्यूट-से कोमल चेहरे के पीछे बाहुबली वाला बल, हुक से लेकर पुल शॉट तक और क्रिकेटीय स्टाइल पर भारी ताकत...! छोटी उम्र के लंबी-चौड़ी कद काठी वाले वैभव ने क्रिकेट मैदान पर भारत के लिए जो अद्भुत, अकल्पनीय पल दिया, वो अविश्वसनीय है। जयपुर के मैदान पर इस बल्लेबाज ने दिग्गज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते बता दिया कि क्रिकेट में अभी भी बहुत कुछ ऐसा है, जो संभव है या यूं कहें क्रिकेट में कुछ भी संभव है, कुछ भी असंभव नहीं। एक और बात... ऐश्वर्य, धन–दौलत, सुख–शांति, शान–शौकत... ये सिर्फ शब्द नहीं हैं, वैभव के पर्यायवाची हैं, लेकिन अब शायद इसका दायरा बढ़ाने की जरूरत है। कुछ और नए शब्दों को जोड़ने की जरूरत है।