ठगी से मिलेगी निजात
नागराजू ने बताया कि अक्सर बैंक ग्राहकों को जबरदस्ती इंश्योरेंस दिलाने की कोशिश करते हैं, जिससे गलत तरीके से पॉलिसी बेची जाती है। छोटे व्यापार करने वाले या घर खरीदने वाले लोग कई बार मजबूर होकर इंश्योरेंस ले लेते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने एक साल का 'फ्री-लुक पीरियड' लागू किया है और इंश्योरेंस कंपनियों को भी इसे अपनाने के लिए कहा है।नागराजू ने कहा, 'अगर कोई पॉलिसी वापस करना चाहता है, तो उसे करने दिया जाना चाहिए। हमने इंश्योरेंस कंपनियों से कहा है कि वो ग्राहकों को कॉलबैक करें, जिससे गलत तरीके से पॉलिसी बेचने से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि प्राइवेट कंपनियों को भी यही करने को कहा गया है जिससे जो ग्राहक सच में इंश्योरेंस लेना चाहते हैं, उन्हें पूरी जानकारी मिल सके। हमने बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों को भी निर्देश दिया है कि सिर्फ प्रशिक्षित इंश्योरेंस एजेंट ही पॉलिसी बेच सकेंगे। ये सब कदम शिकायतें कम करने के लिए उठाए गए हैं।'