लॉस एंजिलिस। वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के तरीकों में चूक के चलते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और लॉकडाउन को तोड़ फ्लोरिडा में बीच पर इकट्ठे हुए अमेरिकी छात्रों को लोगों ने देश का ‘‘सबसे बड़ा मूर्ख’’ घोषित किया है। कोरोनो वायरस के संक्रमण के खतरे को नजरअंदाज कर बीच पर सैर सपाटा करते कई हजार लोगों की तस्वीरें पिछले माह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं, जिसकी कड़ी आलोचना की गई थी। वहीं कोविड-19 से निपटने के तरीकों, जांच में देरी और जल्दबाजी में ईस्टर पर देश को खोलने के फैसले को वापस लेने के लिए ट्रम्प की भी काफी आलोचना हो रही है।
अमेरिकी मीडिया सलाहकार ने ‘अप्रैल फूल डे’ पर किया गया एक सर्वेक्षण जारी किया, जिसमें जनता ने दोनों की कड़ी आलोचना की। सर्वेक्षण में 1000 से अधिक अमेरिकियों को 25 से 27 मार्च के बीच फोन किया गया, जिनमें से 51 प्रतिशत लोगों ने ट्रम्प के मूर्खतापूर्ण तरीके से पेश आने की बात मानी, जबकि 50 प्रतिशत लोगों की यही राय मियामी में इकट्ठी हुई भीड़ को लेकर भी थी। सर्वेक्षण के आयोजक जेफ बार्ज ने दोनों की करीबी टक्कर देखते हुए इसे ‘टाई’ (बराबर) घोषित किया।
उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण केवल मजाक में किया गया। इस सर्वे में अन्य नेताओं को भी शामिल किया गया जिनमें नेंसी पेलोसी, जो बाइडेन और रैंड पॉल शामिल हैं। पॉल पहले अमेरिकी सीनेटर हैं जो कोरोना से संक्रमित पाए गए थे और उन्होंने आपात स्थिति में इस महामारी पर नियंत्रण के लिए धन खर्च किए जाने की आलोचना की थी। इस सूची में बलात्कार के दोषी करार दिए गए हार्वे वाइंस्टीन तीसरे नंबर पर हैं। यह सर्वे ओपेनियन रिसर्च कारपोरेशन ने करवाया था।