जिनेवा । कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। ऐसे में सोशल डिस्टैंसिंग करने को कहा जा रहा है, जिसके चलते लॉकडाउन भी किया गया है। जागरुकता भी फैलाई जा रही है, साथ ही कई तरह की अफवाहें भी फैल रही हैं। एक ऐसी ही अफवाह यह है कि कोरोना वायरस हवा से फैलता है, जिसका विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने खंडन किया है। डब्ल्यूएचओ ने साफ किया है कि कोरोना वायरस सिर्फ संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। कोरोना वायरस का संक्रमण हवा से नहीं फैलता, यह सिर्फ थूक के कणों से ही फैलता है। ये कण कफ, छींक और बोलने से शरीर से बाहर निकलते हैं। थूक के कण इतने हल्के नहीं होते जो हवा के साथ यहां से वहां उड़ जाएं। वह बहुत जल्द ही जमीन पर गिर जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अगर कोई संक्रमित व्यक्ति के एक मीटर के दायरे में खड़ा होता है तो कोरोना वायरस सांस के जरिए उसके शरीर में जा सकता है। अगर किसी सतह पर किसी संक्रमित व्यक्ति के थूक के कण गिरे हों और उस सतह को कोई शख्स छूकर अपनी आंख, नाक या मुंह को छू ले तो भी ये वायरस उसके हाथ के जरिए शरीर में जा सकता है। ऐसे में हाथ लगातार धोते रहना जरूरी है। कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से पूरी दुनिया में फैल रहा है। दुनिया भर में अब तक 6.50 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 30 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सिर्फ भारत में ही कोरोना के संक्रमण का आंकड़ा 1000 के करीब जा पहुंचा है और 20 लोगों की मौत भी हो चुकी है। दुनिया भर की सरकारें बचाव के तमाम उपाय कर रही हैं। भारत में भी लॉकडाउन कर दिया गया है।