लंदन । दुनियाभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) ने महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की जानें ज्यादा ली हैं। एक सर्वे में कोविड-19 के शिकार होने जान गंवाने वालों का विश्लेषण कर यह निष्कर्ष निकाला है। इतना तो स्पष्ट है कि पुरुषों पर कोरोना का खतरा ज्यादा है। हालांकि, इसकी कोई वैज्ञानिक वजह सामने नहीं आई है। कोविड-19 का नया केंद्र बने इटली में कुल कोविड-19 पॉजिटिव लोगों में पुरुषों का प्रतिशत 60 है जबकि इस महामारी से मरने वालों में 70 फीसदी पुरुष हैं। यह आंकड़ा इटली के नैशनल हेल्थ इंस्टिट्यूट ने जारी किया है। वहीं, चीन और दक्षिण कोरिया में भी यही ट्रेंड सामने आया। अमेरिका ने अब तक लैंगिक आधार पर मौतों का आंकड़ा पेश नहीं किया है।अनुमान यह जताया जा रहा है कि पुरुष धूम्रपान ज्यादा करते हैं, इसलिए उनके महत्वपूर्ण शारीरिक अंग पहले से ही डैमेज होते हैं। चूंकि कोरना वायरस उन लोगों पर तेजी से असर करता है जो पहले से ही बीमार हैं या जिनका इम्यूनिटी लेवल कम है, इसलिए पुरुष इसका ज्यादा शिकार हो रहे हैं। चीन का ही उदाहरण ले लीजिए। यहां धूम्रपान करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी आबादी रहती है। आधे से ज्यादा चीनी पुरुष धूम्रपान करते हैं जबकि महज 3फीसदी चीनी महिलाओं को ही धूम्रपान की लत है। उसी तरह, इटली में 70 लाख पुरुष जबकि 45 लाख महिलाएं धूम्रपान करती हैं। दरअसल, इटली में कोविड-19 से मरने वाले 99फीसदी लोगों को पहले से कोई-न-कोई बीमारी थी। इनमें 75फीसदी को हाई ब्लड प्रेसर था। ध्यान रहे कि हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) की समस्या ज्यादातर पुरुषों में पाई जाती है। एक बात और है कि महिलाओं की अपेक्षा पुरुष ट्रैवल ज्यादा करते हैं। दूसरी बात यह भी है कि महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा संख्या में पुरुषों की जांच हो रही है।