वाशिंगटन। अमेरिकी पत्रकारों को चीन से निष्कासित करने के फैसले से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नाखुश हैं। ट्रंप ने कहा है कि वह चीन से अमेरिकी पत्रकारों को निष्कासित किए जाने के फैसले सहमत नहीं हैं। चीन सरकार के कई अमेरिकी पत्रकारों को निष्कासित किए जाने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा, ‘मुझे यह देखकर खुशी नहीं हुई।’ उन्होंने कहा, ‘उन मीडिया संस्थानों के साथ मेरी अपनी दिक्कतें हैं। मुझे लगता है कि आप यह अच्छी तरह जानते हैं लेकिन मुझे यह सब देखकर अच्छा नहीं लगा। मैं खुश नहीं हूं।’ चीन ने अमेरिका के तीन बड़े अखबारों के करीब 13 अमेरिकी पत्रकारों को निष्कासित करने के अपने फैसले का बुधवार को बचाव करते हुए कहा कि वाशिंगटन द्वारा चीन के सरकारी मीडिया संस्थानों को ‘विदेशी मिशन’ घोषित करने के बाद इसके बदले में उसे यह कार्रवाई करने के लिए ‘विवश’ होना पड़ा। सीनेटर डायने फिनस्टीन ने कहा कि वह अमेरिकी पत्रकारों को निष्कासित करने के चीन के फैसले से काफी चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘यह साफ तौर पर अमेरिकी मीडिया संस्थानों को धमकाने और चीन में घटनाओं को रिपोर्ट करने की उनकी क्षमता को सीमित करने का प्रयास है। पत्रकारों के खिलाफ ऐसी बदले की कार्रवाई खतरनाक उदाहरण पेश करती है जो दुनियाभर में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा पैदा करती है।’ चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि निष्कासित पत्रकार विशेष प्रशासनिक क्षेत्र हांगकांग या मकाऊ से रिपोर्ट नहीं कर पाएंगे। ‘फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट क्लब ऑफ हांगकांग’ ने एक बयान में कहा कि वह उन खबरों से चिंतित है कि हांगकांग में पत्रकारों के तौर पर काम करने से उन्हें प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।