वाशिंगटन। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस का असर अमेरिका को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। अमेरिका में कोरोना के अब तक 1000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार कांग्रेस से अपील करेगी कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए पेरोल टैक्स रिलीफ पास किया जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य से जुड़े कुछ प्रस्तावों को पास करने की भी मांग है। कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका के कारोबार में भी हलचल मची हुई है, ऐसे में मार्केट इस तरह का दबाव झेल पाए उसके मद्देनज़र ट्रंप प्रशासन ये प्रस्ताव ला रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि इस पैकेज के तहत जो मजदूर प्रति घंटे शिफ्ट के हिसाब से काम करते हैं, उनकी मजदूरी पर कोई फर्क नहीं पड़े और वह किसी तरह का नुकसान नहीं झेलें, उनकी मदद भी की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के असर के कारण दुनियाभर के शेयरबाजार में हालात काफी खराब हैं। भारत में भी शेयर मार्केट लगातार गिर रहा है, वहीं अमेरिका का भी बुरा हाल है। इसी के बाद से ही हर किसी को नुकसान का खतरा है और यह खतरा लोअर क्लास के कर्मचारियों को भी है। ऐसे में अगर डोनाल्ड ट्रंप इस पैकेज को अमेरिकी संसद से पास करवाने में कामयाब रहते हैं, तो उनकी बड़ी जीत होगी। खास बात यह है कि इस साल होने वाले अमेरिकी चुनाव से पहले कर्मचारी वर्ग के लिए लाए जाने वाला यह पैकेज ट्रंप को बड़ा समर्थन दिलवा सकता है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस का खौफ इस कदर है कि व्हाइट हाउस के भी कई कर्मचारियों ने कोरोना वायरस को लेकर खुद की स्क्रीनिंग करवाई। अमेरिका में अबतक 22 लोग कोरोना वायरस की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी संसद से कोरोना वायरस से निपटने को 800 अरब रुपये से अधिक के पैकेज का ऐलान किया था।