तेहरान। ईरान में शराब पीने से कोरोना वायरस का संक्रमण ठीक होने की अफवाह फैलने के बाद मिथेनॉल का सेवन करने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 44 हो गई है। चीन के बाहर इस घातक वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों में ईरान भी है। ईरान में कोरोना वायरस से 54 और लोगों की मौत हो गई है जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ कर 291 हो गई है। संक्रमित लोगों की संख्या 8042 हो गई है। जानकारी के मुताबिक जहरीली शराब पीने से दक्षिण पश्चिम प्रांत खुजेश्तान में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़ कर 36 हो गई, जबकि सात लोगों की मौत उत्तरी अलबोर्ज क्षेत्र में हुई। केरमनशाह में एक व्यक्ति की मौत हुई है। ईरान में शराब पीने पर प्रतिबंध है। कुछ गैर मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को ही शराब पीने की छूट है। अलबोर्ज के उप अभियोजक मोहम्मद अघयारी ने इरना से कहा कि मृतकों ने इस भ्रम में मेथानॉल पी ली कि वे कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं और ठीक हो रहे हैं।
मेथानॉल ज्यादा मात्रा में पी लेने से अंधापन हो सकता है, यकृत को नुकसान हो सकता है और इससे मौत हो सकती है। ईरान में कोरोना वायरस से 54 और की मौत हो चुकी है। मरने वालों की कुल संख्या 291 पहुंच गई है। इस्लामी गणराज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 8042 हो गई है।
पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस से ईरान सबसे अधिक प्रभावित देश है। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एक सैन्य परिवहन विमान कोरोना वायरस प्रभावित देशों में शामिल ईरान से 58 भारतीय नागरिकों को लेकर मंगलवार को वापस लौटा। विमान सी-17 ग्लोबमास्टर को गाजियाबाद के नजदीक हिंडन एयरबेस से सोमवार की शाम तेहरान भेजा गया था। वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा कि विमान से 25 पुरुषों, 31 महिलाओं और दो बच्चों को वापस लाया गया। इसने 529 भारतीयों के लार के नमूने भी प्रयोगशाला जांच के लिये लाये हैं। ईरान में लगभग दो हजार भारतीय रह रहे हैं। ईरान में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। अधिकारी ने कहा कि ईरान से लौटे भारतीय नागरिकों को हिंडन में एक चिकित्सा केंद्र में पृथक रखा गया है।