इस्लामाबाद । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालही की भारत यात्रा के दौरान भारत के साथ रक्षा सौदे को लेकर अहम करार हुआ जिसके चलते पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। उसने दोनों देशों के बीच हुए करार पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में हथियारों की होड़ बढ़ेगी। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने यह चिंता जताई। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए थे। इस दौरान उनकी पीएम मोदी के साथ वार्ता हुई, जिसके बाद उन्होंने दोनों देशों के बीच 3 अरब डॉलर की डिफेंस डील का ऐलान किया। अमेरिका और भारत के बीच हुए रक्षा सौदे पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने कहा कि हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए अरबों डॉलर के रक्षा करार पर पाकिस्तान को आपत्ति है। पाकिस्तान कई बार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्र में हथियारों की होड़ को लेकर अपनी चिंता जता चुका है।
फारूकी ने भारत के अंदरूनी मामलों में सीधा दखल देते हुए दिल्ली में हुई हिंसा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि वहां जिस तरह की हिंसा समुदाय विशेष के खिलाफ हुई है, उस पर पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र और धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ी संस्थाओं ने अपनी चिंता स्पष्ट शब्दों मे व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि 'भारत बिना किसी उकसावे के नियंत्रण रेखा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। बुधवार को भारतीय राजनयिक को तलब कर इस बारे में विरोध भी दर्ज कराया गया है।' आयशा फारूकी ने अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर कहा कि उम्मीद है कि अमेरिका और तालिबान के बीच करार होने के बाद अफगानिस्तान के संबद्ध पक्षों में भी बातचीत शुरू होगी। शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान हर तरह से मदद देगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में खास रोल है।
बता दें कि भारत अमेरिका डिफेंस डील में अमेरिका से 24 एमएच60 रोमियो हेलिकॉप्टर की 2.6 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीद शामिल है। एक अन्य डील छह एएच 64ई अपाचे हेलिकॉप्टर को लेकर है जिसकी कीमत 80 करोड़ डॉलर होगी। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ट्रंप ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 3 अरब डॉलर से ज्यादा के डिफेंस डील से दोनों देशों के रक्षा संबंध और मजबूत होंगे।