बीजिंग । चीन में फैले घातक कोरोना वायरस का कहर से प्रभावित मरीजों की मौत का आंकड़ा 908 से बढ़कर 1000 के आंकड़े को पार कर गया है। सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के आधार पर अब चीन में 42,200 से अधिक पुष्टि कोरोनो वायरस के मामलों की पुष्टि हुई है। हुबेई प्रांत के 103 नई मौत की सूचना देने के साथ ही कोरोनो वायरस से मरने वालों की संख्या 11 फरवरी को देश भर में 1,016 से अधिक हो गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अपने दैनिक अपडेट में कहा कि लगभग 2,500 नए मामलों की पुष्टि के साथ देशभर में संक्रमण की संख्या 42,638 तक पहुंच गई।
यह वायरस पिछले साल दिसंबर में हुबेई की राजधानी वुहान के ऐसे बाजार से पनपा था जहां जंगली जानवरों की बिक्री होती है। यह शहर प्रकोप का केंद्र है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 10 फरवरी को बीजिंग के एक अस्पताल में चिकित्साकर्मियों और प्रभावित मरीजों से मुलाकात की। विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ मिशन की टीम सोमवार देर रात चीन पहुंची। इस टीम के प्रमुख ब्रूस आयलवर्ड थे। इस संगठन ने पश्चिम अफ्रीका में इबोला महामारी के लिए 2014-2016 की प्रतिक्रिया की देखरेख की थी। 10 फरवरी ने ब्रिटेन सरकार ने दी थी कि कोरोना वायरस का प्रकोप एक "गंभीर और आसन्न खतरा" है। वहीं कुल 3,996 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।
कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं। इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी। भारत में संक्रमित की हालात में सुधार मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केरल के त्रिशूर जिले का पहले कोरोनो वायरस संक्रमित की हालत में काफी सुधार है, उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कुछ बची हुई रिपोर्ट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को फीबर-यूजीई8 पर भेजा गया था बस इनके आने का इंतजार है। यदि ये रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उसे जल्द ही अस्पताल से बाहर जाने की अनुमति दी जा सकती है।