(पेइचिंग)
पेइचिंग (ईएमएस)। चीन में कोरोना वायरस का कहर से पूरी दुनिया बेहाल है इसको सार्स से भी अदिक घातक घोषित किया जा चुका है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार कोरोना ने चीन में अब तक 908 लोगों की जान ले ली है जबकि 40 हजार से ज्यादा लोगों में वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। वायरस का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है, उससे आने वाले दिनों में इस महामारी के और विकराल रूप लेने की आशंका जताई जा रही है। खबरों की मानें तो अगले कुछ हफ्तों में चीन के सिर्फ एक शहर वुहान में संक्रमित लोगों की तादाद बढ़कर 5 लाख तक पहुंच सकती है। वुहान हुबेई प्रांत का वह शहर है जिसके पशु बाजार से कोरोना वायरस फैलने की शुरुआत हुई। इस शहर में 23 जनवरी से ही 1 करोड़ 10 लाख लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं।
लंदन स्कूल ऑफ हाईजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने वुहान में वायरस के फैलने के तरीकों का अध्ययन किया। इसमें पता चला है कि संक्रमण की यही रफ्तार रही तो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो जाएंगे। इससे पहले शंघाई सिविल अफेयर्स ब्यूरो के डेप्युटी हेड ने खुलासा किया था कि कोरोना अब हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों से चिपककर एयरोसोल बना रहा है जिससे उसके फैलने की रफ्तार बढ़ रही है। उधर, चीन के साथ-साथ पूरी दुनिया की हेल्थ अथॉरिटीज यह जानने को उत्सुक हैं कि क्या वुहान समेत हुबेई प्रांत के दूसरे शहरों में कोरोना से कारण लोगों में हो रहे न्यूमोनिया पर रोक लग रही है। हुबेई प्रांत की जनसंख्या 6 करोड़ की है।
बहरहाल, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के आंकड़ों पर यकीन करें तो रविवार को 97 और लोगों की जान चली गई और 3,062 नए मामले सामने आए। शनिवार को जिन 97 लोगों की जान गई, उनमें से 91 हुबेई प्रांत के थे, जहां इस वायरस के कारण सबसे अधिक लोग मारे गए हैं। इसके अलावा दो लोग अनहुई में मारे गए। हीलोंगजियांग, जिआंगशी, हेनान और गान्सू में इससे एक-एक व्यक्ति की जान गई है। चीनी आयोग के अनुसार 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में इससे अब तक कुल 908 लोगों की जान जा चुकी है और कुल 40,171 मामलों की पुष्टि हुई है। रविवार को 296 मरीज गंभीर रूप से बीमार हो गए। 6,484 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है और 23,589 लोगों के इससे संक्रमित होने की आशंका है। वहीं कुल 3,281 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है। कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है, लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं। इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है, लेकिन 'सीवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम यानी सार्स' ऐसा कोरोना वायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हॉगकॉग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी।
विपिन/ ईएमएस/ 10 फरवरी 2020