अमेरिका में भारतवंशी सांसदों का कहना है कि अगर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश मामले में जांच नहीं हुई तो भारत और अमेरिका के रिश्ते खतरे में आ सकते हैं।
एक जॉइंट स्टेटमेंट में पांच भारतवंशी सांसद एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति और श्री थानेदार ने शुक्रवार देर रात कहा, 'यह बेहद गंभीर मामला है। भारत यह सुनिश्चित करे की ऐसा फिर कभी नहीं होगा। भारत ऐसी साजिश अमेरिकी जमीन पर दोबारा न करे और जांच में पूरा सहयोग करे।'
दरअसल, अमेरिकी सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। हालांकि, यह नहीं बताया गया कि हमला किस दिन होने वाला था। जून 2023 में PM मोदी के अमेरिका दौरे के बाद ही अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के सामने यह मुद्दा उठाया था। इस बात का खुलासा 22 नवंबर 2023 को पब्लिश हुई फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में हुआ था।
वहीं, भारत सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाई है। जांच के नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पन्नू के पास कनाडा और अमेरिका की नागरिकता है।
पन्नू की हत्या की साजिश मामले की ब्रीफिंग हुई
पांचों भारतवंशी सांसदों को शुक्रवार को पन्नू मामले से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई। अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से हुई इस स्पेशल ब्रीफिंग में बताया गया कि पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी निखिल गुप्ता है।
अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में 29 नवंबर को न्यूयॉर्क पुलिस की चार्जशीट सामने आई थी। इसमें भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप है। इसमें लिखा है- भारत के एक पूर्व CRPF अफसर ने उसे पन्नू की हत्या की प्लानिंग करने को कहा था।
पन्नू की हत्या करने के लिए 83 लाख रुपए में डील हुई
चार्जशीट में लिखा है कि भारतीय अफसर के कहने पर निखिल ने एक अपराधी से पन्नू के मर्डर के लिए कॉन्टैक्ट किया, लेकिन असल में वह एक अमेरिकी एजेंट था। इस एजेंट ने निखिल की पहचान एक और अंडरकवर अधिकारी से कराई, जिसने पन्नू का मर्डर करने की बात कही। इसके लिए करीब 83 लाख रुपए में डील हुई थी।
पन्नू बोला- मैं निखिल गुप्ता को नहीं जानता
आतंकी पन्नू ने कहा है कि वो न तो निखिल गुप्ता को जानता और न ही उस भारतीय अधिकारी को जिस पर हत्या की साजिश रचने के आरोप लगे हैं। पन्नू ने कहा- मुझे मौत का डर नहीं है। हम बहादुरों के घर और आजाद वतन अमेरिका में रहते हैं। उसने कहा- मुझे मार देने से भी खालिस्तान की मांग पर असर नहीं पड़ेगा।
पन्नू मामले में कब, क्या हुआ चार्जशीट के मुताबिक पूरी टाइमलाइन