आज की तिथि और पर्व - गुरुवार को विक्रम संवत 2078, जिसका नाम आनन्द है, के पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे सफला एकादशी कहते हैं। सफल एकादशी 29 दिसंबर की शाम 4.12 से शुरू होकर 30 दिसंबर, गुरुवार दोपहर 1.40 तक रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू होगी जो 31 दिसंबर सुबह 10.39 तक रहेगी।
शुभ योग और मुहूर्त - 30 दिसंबर, गुरुवार को विशाखा नक्षत्र दिन भर रहेगा। गुरुवार को विशाखा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है। 30 दिसंबर को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05:35 से 06:23 तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:08 से 12:50 तक रहेगा। अमृत काल शाम 04:32 से 05:59 तक रहेगा। अभिजीत और अमृत काल में शुभ काम किए जा सकते हैं।
ये है राहु काल का समय - 30 दिसंबर, गुरुवार को राहूकाल दोपहर 1:48 से 3:08 तक रहेगा। इसके अलावा यम गण्ड सुबह 7:11 से 8:31 तक, कुलिक सुबह 9:50 से 11:09 तक, दुर्मुहूर्त सुबह 10:43 से 11:25 तक रहेगा। ये सभी अशुभ काल है यानी इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति - 30 दिसंबर, गुरुवार को शाम 7 बजे तक चंद्रमा तुला राशि में रहेगा। इसके बाद वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएगा। (चंद्रमा हर सवा 2 दिन में राशि बदलता है, इसलिए राशियों पर इसका प्रभाव कम ही देखने को मिलेगा।) सूर्य धनु राशि में रहेगा। बुध मकर राशि में, शुक्र वक्री अवस्था में धनु राशि में प्रवेश करेगा और शनि मकर राशि में, गुरु कुंभ राशि में, राहु वृषभ और केतु व मंगल वृश्चिक राशि में रहेंगे।
इस दिशा में न करें यात्रा - ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।