*⛅नक्षत्र - धनिष्ठा दोपहर 02:27 तक तत्पश्चात शतभिषा*
*⛅योग - वज्र शाम 05:28 तक तत्पश्चात सिद्धि*
*⛅राहु काल - अपराह्न 03:22 से 04:42तक*
*⛅सूर्योदय - 07:19*
*⛅सूर्यास्त - 06:03*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:33 से 06:26 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:14 से 01:07 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -*
*⛅विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है ।।9 (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹धन – सम्पदा के स्थायी निवास हेतु🔹*
*‘ॐ ह्रीं गौर्यै नम: ।’*
*🔸इस मंत्र से ७ बार अभिमंत्रित करके अन्न का भोजन करनेवाले के पास सदा श्री ( धन–सम्पदा ) बनी रहती है । (अग्नि पुराण :३१३.१९,२४ )*
*🔹रोगप्रतिरोधक शक्ति (Immunity) बढ़ाने हेतु सशक्त उपाय🔹*
*🔸वातावरण में उपस्थित रोगाणु हमेशा शरीर पर आक्रमण करते रहते हैं । जब शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता कम होती है तब रोग-बीमारियाँ घेर लेते हैं । निम्नलिखित उपाय करें तो आपका शरीर, मन व प्राण बलवान होंगे और आपकी रोगप्रतिकारक शक्ति मजबूत रहेगी ।*
*🔸जो लोग सुबह की शुद्ध हवा में प्राणायाम करते हैं उनमें प्राणबल बढ़ने से रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है और इससे कई रोगकारी जीवाणु मर जाते हैं । जो प्राणायाम के समय एवं उसके अलावा भी गहरा श्वास लेते हैं उनके फेफड़ों के निष्क्रिय पड़े वायुकोशों को प्राणवायु मिलने लगती है और वे सक्रिय हो उठते हैं । फलत: शरीर की कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे मन प्रसन्न रहता है ।*
*🔸 अगर गौ-गोबर के कंडों या अंगारों पर एक चम्मच अर्थात ८-१० मि.ली. घी की बुँदे डालकर धूप करते हैं तो एक टन शक्तिशाली वायु बनती है । ऐसे वातावरण में अगर प्राणायाम करें तो कितना फायदा उठाया जा सकता है इसका वर्णन नहीं हो सकता । वायु जितनी बलवान होगी, उतना बुद्धि, मन, स्वास्थ्य बलवान होंगे ।*
*🔸नींद में खर्राटे आयें तो सावधान !🔸*
*🔸४० प्रतिशत लोगों को खर्राटे थकान के कारण आते हैं और ६० प्रतिशत लोगों को जो खर्राटे आते हैं वे संकेत देते हैं कि शरीर में रोग जमा हो रहा है । इसका जल्दी इलाज करो, नहीं तो ह्रदयघात (heart attack), उच्च रक्तचाप ( hypertension), निम्न रक्तचाप (low B.P.) की समस्या पैदा हो सकती है । किसी भी थोड़ी-सी बीमारी में ज्यादा धक्का लग सकता है ।*
*🔸खर्राटे आते हैं तो उनको नियंत्रित करने का उपाय बताता हूँ । ५ ग्राम गुड़, १० मि.ली. अदरक का रस व संतकृपा चूर्ण मिला के थोड़ा-थोड़ा लो । खर्राटे बंद हो जायेंगे, कफ और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित हो जायेगा । २१ दिन करो, फिर ५-१० दिन छोड़ो, फिर करो । नाड़ियाँ साफ हो जायेगी । केला, फलों का रस, मिठाई - इनका सेवन नहीं करना ।*