⛅ मास - श्रावण (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - आषाढ़)
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ तिथि - तृतीया 27 जुलाई रात्रि 02:54 तक तत्पश्चात चतुर्थी
⛅ नक्षत्र - धनिष्ठा सुबह 10:46 तक तत्पश्चात शतभिषा
⛅ योग - सौभाग्य रात्रि 10:40 तक तत्पश्चात शोभन
⛅ राहुकाल - सुबह 07:49 से सुबह 09:28 तक
⛅ सूर्योदय - 06:11
⛅ सूर्यास्त - 19:18
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - जयापार्वती व्रत पारणा (गुजरात)
💥 विशेष - तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
मंगलवारी चतुर्थी
➡ 27 जुलाई 2021 मंगलवार को (सूर्योदय से रात्रि 02:29 तक) अंगारकी - मंगलवारी चतुर्थी है ।
🙏 अंगार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना …जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है…
बिना नमक का भोजन करें
मंगल देव का मानसिक आह्वान करो I चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें I
कितना भी कर्ज़दार हो ..काम धंधे से बेरोजगार हो ..रोज़ी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा |
अगर व्यवसाय में हानि का सामना करना पड़ रहा हो तो सावन के सोमवार को शिव-मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध-जल चढ़ाएं। साथ ही रुद्राक्ष की माला से ‘ऊं सोमेश्वराय नमः’ मंत्र का 108 बार जप करें। इसके साथ ही भगवान शिव के सामने ‘दारिद्रदहन शिव स्तोत्र’ का पाठ करें। मान्यता है कि इसका पाठ करने से आर्थिक लाभ की प्राप्ति होती है।
अगर आप या आपके परिवार में कोई भी व्यक्ति कई बीमारियों से ग्रसित हो तो उसे सावन सोमवार के दिन भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शिवशंकर की कृपा से सभी बीमारियों का नाश होता है
विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए
➡ 27 जुलाई 2021 मंगलवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 10:06)
शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :
ॐ गं गणपते नमः ।
ॐ सोमाय नमः ।
चतुर्थी तिथि विशेष
🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणेशजी हैं।
📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।
🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
पंचक - 25 जुलाई रात्रि 10.46 बजे से 30 जुलाई दोपहर 2.03 बजे तक, 22 अगस्त प्रात: 7.57 बजे से 26 अगस्त रात्रि 10.28 बजे तक, 18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक
26 को जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। दिनांक 26 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है। आप भौतिकतावादी है। आप अद्भुत शक्तियों के मालिक हैं। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं।
व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा।
राशिफल
मेष - आप अपने काम में कड़ी मेहनत करेंगे और अपनी खुशियों और सफलता के सपने खूब बुनेंगे लेकिन ध्यान रहे कि जोश में होश न खोएं, नहीं तो न सिर्फ काम में नुकसान हो सकता है, बल्कि सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें।
उपाय : अपने पास हर समय लाल रुमाल रखें। श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें I
वृषभ - वृषभ राशि के लोग अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। कार्यक्षेत्र में विरोधी आपके कार्य में अड़ंगे डाल सकते हैं। समय की नजाकत को समझते हुए छोटी-मोटी बातों को तूल देने से बचें। वित्तीय मामलों में कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले अपने शुभचिंतकों या किसी वरिष्ठ व्यक्ति से सलाह लेना न भूलें। किसी करीबी व्यक्ति की सेहत को लकर मन चिंतित रहेगा।
उपाय : किसी भी कार्य को करने से अपनी मां या फिर बड़ी-बूढ़ी महिला का आशीर्वाद लेकर निकलें। माता लक्ष्मी की उपासना करें।
मिथुन - आप उर्जा और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। घर हो या कार्यक्षेत्र लोग आपकी बातों से खूब प्रभावित होंगे और आपकी दी गई सलाह या प्रपोजल की तारीफ होगी। वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा।
उपाय : गणपति की उपासना करें और ‘ॐ बुं बुधाय नम:’ मंत्र का जप करें।
कर्क - आप जो कुछ करना चाहेंगे, उसके लिए आपकोे सहज ही अवसर प्राप्त होंगे। समय का सदुपयोग करें और आज का काम कल पर टालने से बचें नहीं तो हाथ आया अवसर भी निकल जायेगा। कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने से बचें। इस राशि से जुड़ी कामकाजी महिलाओं के लिए सप्ताह के मध्य का समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। चोट-चपेट लगने की आशंका है।
उपाय : भगवान शिव की पूजा करें और ‘ॐ नम: शिवाय’ मंत्र का यथासंभव जाप करें।
सिंह - आप अपने किसी मित्र या फिर सगे संबंधी से होने वाले नुकसान की आशंका से ग्रसित रहेंगे। समय पर किसी की मदद न मिलने पर भी मन में टीस बनी रहेगी लेकिन सप्ताह के अंत तक आप खुद को संभालते हुए सभी तरह की चुनौतियों से निबटने में कामयाब हो जाएंगे।
उपाय : प्रतिदिन उगते हुए सूर्य को अघ्र्य दें। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
कन्या - आपको सौभाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आप पाएंगे कि आपके सारे काम बनते चले जा रहे हैं और उसमें सगे-संबंधियों से लेकर अनजान लोगों तक का सहयोग मिल रहा है। दूसरों को जोड़ने की अद्भुत कला की मदद से आप इस सप्ताह नए मित्र बनाएंगे, जिनकी मदद से भविष्य में लाभ की संभावनाएं बनेंगी।
उपाय : श्री गणेश जी सिंदूर चढ़ाएं और श्री गणेश चालीसा का पाठ करें।
तुला - समय का प्रबंधन आपके लिए कठिन रहेगा। आपकी सो फोकस करने के लिए मजबूर करेंगी। आपका काम एवं करिअर जहां आपको एक तरफ व्यस्त रखेगा, वहीं परिवार की तरफ से ज्यादा समय देने की मांग रहेगी। प्रेम संबंधों में मजबूती आयेगी और दांपत्य जीवन में सामंजस्य बना रहेगा।
उपाय : सफेद वस्तुओं जैसे दूध, चीनी आदि का दान करें। प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें
वृश्चिक - आप पूरी तरह से घरेलू समस्याओं को निबटाने पर फोकस करेंगे। किसी भी निर्णय को लेने के दौरान परिजनों की सलाह लेना न भूलें और न ही परिवार के अन्य लोगों की भावनाओं की अनदेखी करें। सप्ताह के मध्य में अचानक से कुछ बड़े खर्चे आ जाने के कारण आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बेरोजगार लोगों को रोजी-रोजगार के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा, वहीं व्यापार में जैसे-तैसे काम चलेगा।
धनु - कई ऐसे जरूरी काम एक साथ आ टपकेंगे, जिनमें से किसी भी एक को टालना मुश्किल रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी कामकाज का अतिरिक्त बोझ रहेगा। हालांकि विभिन्न स्रोतों से लाभ के कई अवसर भी प्राप्त होंगे। फुटकर व्यापारियों और पठन-पाठन से संबंधित कार्य करने वालों के लिए समय अनुकूल है। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : गाय को गुड़ खिलाएं। श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें
मकर - आपको अपने कार्यक्षेत्र या फिर बिजनेेस में कंपटीटर पर विजय पाने का अवसर मिलेगा। ऐसा होने पर आप खूब प्रसन्न भी रहेंगे लकिन अति उत्साह या ज्यादा आत्मविश्वास के चलते अपने विरोधियों को कमजोर होने की भूल मत कर बैठें। हमेशा सतर्क रहें अन्यथा आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। धन की फिजूलखर्ची से बचें।
उपाय : हनुमत साधना करें और बंदरों को गुड़-चना खिलाएं।
कुंभ - आप अपने कार्यक्षेत्र में विस्तार करने के लिए सही दिशा में कदम उठाएंगे। धन का प्रवाह सुगम होगा। आय के विभिन्न स्रोत बनेंगे लेकिन आय के मुकाबले खर्च की अधिकता बनी रहेगी। संतान पक्ष को लेकर कोई बड़ी चिंता सताती रहेगी।
उपाय : पक्षियों को दाना डालें और ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का जप करें
मीन - दूसरों की बजाय खुद पर भरोसा रखें। कार्यक्षेत्र में विरोधी आपको बेवजह की चीजों में उलझाने की कोशिश कर सकते हैं। व्यवसाय में लाभ की नई योजनाएं बनेंगी लेकिन उसमें कुछेक अड़चनें आ जाने से मन थोड़ा व्यथित रहेगा। घर से जुड़ी आर्थिक समस्याएं हो फिर व्यवसाय से जुड़ी वित्तीय जरूरतें, उनसे पल्ला झाड़ने की बजाय यदि आप मित्रों या शुभचिंतकों की मदद से उसका इंतजाम करने की कोशिश करेंगे तो कोई न कोई रास्ता जरूर निकल आयेगा। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा।
उपाय : भगवान विष्णु को चने की दाल और गुड़ या बेसन का लड्डू चढ़ाएं